शादी में सिलेंडर ब्लास्ट,एक ही परिवार के 6 की मौत:दरभंगा में बारातियों की आतिशबाजी से शामियाने में लगी आग; रसोई तक पहुंची चिंगारी
शादी में सिलेंडर ब्लास्ट,एक ही परिवार के 6 की मौत:दरभंगा में बारातियों की आतिशबाजी से शामियाने में लगी आग; रसोई तक पहुंची चिंगारी
दरभंगा में शादी के दौरान सिलेंडर ब्लास्ट होने से 6 लोगों की मौत हो गई है। हादसा गुरुवार रात 11 बजे के बाद हुआ। गांव के लोगों ने बताया की छगन पासवान की बेटी की शादी थी। बारात को पड़ोसी रामचंद्र पासवान के आवासीय परिसर में ठहराया गया था। इस दौरान बारातियों ने जमकर आतिशबाजी की। पटाखों की चिंगारी से शामियाने में आग लग गई। पास में ही खाना बन रहा था। देखते ही देखते आग सिलेंडर तक जा पहुंची। सिलेंडर में आग लगते ही ब्लास्ट हो गया। हादसे के बाद दूल्हा-दुल्हन को पास के ही मंदिर में ले जाया गया। वहां दोनों की शादी हुई। इसी दौरान रामचंद्र पासवान के दरवाजे पर रखे डीजल के स्टॉक में भी आग लग गई। इसमें रामचंद्र पासवान के परिवार के 6 लोगों की मौत हो गई। हादसे में रामचंद्र पासवान के बेटे, बहू, बेटी, 2 नाती, नतिनी ने दम तोड़ दिया। मामला अलीनगर प्रखंड के बहेड़ा थाना के अंटोर गांव का है। हादसे की तस्वीरें देखिए... पटाखों की चिंगारी से आग फैली गांव के ही अनिल पासवान ने बताया कि मुझे रात 3 बजे हादसे की जानकारी मिली। मैं मौके पर पहुंचा तो देखा आग की लपटें उठ रही थीं। मृतकों में मुझे अभी सुनिल और कंचन का नाम याद है। सुनिल के परिवार वालों की भी मौत हुई है। बारात गुरुवार रात 10 बजे आई थी। 11 बजे आग लगी। बाराती पटाखे छोड़ रहे थे उसी की चिंगारी से आग फैली। बारातियों को पटाखे फोड़ने से मना किया था मृतक के चचेरे भाई रविंद्र पासवान ने बताया कि बारात आई थी। पटाखे की चिंगारी से आग लगी। हमरे मना किया था कि यहां पटाखे मत फोड़ो, लेकिन वो नहीं माने। यहां पर पानी का साधन भी नहीं था। सूखा पड़ा है। चापाकल भी नहीं है। शादी नरेश पासवान की बेटी की थी। टेंट वाले राहुल पासवान ने कहा कि बरात आई थी। पटाखे फोड़े जा रहे थे। हम लोगों ने विरोध किया था। पूरा घर जल गया। काफी बचाने की कोशिश की थी। घटना 11 बजे की है। हादसे में मृतकों के नाम मृतकों में कंचन देवी(25) , साक्षी कुमारी(4), सिद्धांत कुमार(2), डेढ़ साल का एक बच्चा, सुनील पासवान(26) और लाली देवी शामिल हैं। बेनीपुर के अनुमंडल पदाधिकारी शंभू नाथ झा ने बताया कि घटना में 6 लोगों की मौत हुई है। मृतक के नजदीकी रिश्तेदारों को 4-4 लाख रुपए दिए जाएंगे। 3 मवेशियों की भी मौत हुई है। उनका भी मुआवजा दिया जाएगा। बाकी सामान के नुकसान के लिए 12 हजार रुपए की मदद की जाएगी। जिसके यहां बारात रुकी सभी मृतक उसी परिवार के सभी मृतक एक ही परिवार के थे। मृतकों में रामचंद्र पासवान के बेटे सुनील कुमार पासवान, बहू लाली देवी, बेटी कंचन देवी, नाती सिद्धांत कुमार, डेढ़ महीने का सुधांशु और नतिनी साक्षी कुमारी शामिल है। रामचंद्र पासवान की बेटी और उसके बच्चे पिता के पास ही रहते थे। परिवार में रामचंद्र पासवान का पोता सुशांत कुमार, पोती स्वाति कुमारी और बेटा अनिल कुमार बचे हैं। सुशांत और स्वाति मृतक सुनील कुमार पासवान के बच्चे हैं। ये खबर भी पढ़िए... पटना के होटल में आग, मां-बेटी समेत 6 की मौत:20 घायल पीएमसीएच में भर्ती, 45 का रेस्क्यू; कई लोगों ने कूदकर बचाई जान पटना जंक्शन से 50 मीटर दूर पाल होटल में गुरुवार सुबह अचानक आग लग गई। आग ने आसपास के 3 होटलों को भी अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में मां-बेटी समेत 6 लोगों की मौत हुई है। इसमें 3 महिला और 3 पुरुष हैं। सिटी एसपी सेंट्रल सत्यप्रकाश ने बताया कि घायलों में 2 की हालत गंभीर बनी हुई है। जबकि 20 लोगों का इलाज अभी पटना मेडिकल कॉलेज (PMCH) में चल रहा है। मृतकों में चार की पहचान हुई है। इसमें एक की पहचान दिनेश सिंह कुशवाहा के रूप में हुई है, जो होटल में ही काम करते थे। भभुआ जिले के नखतौल के रहनेवाले थे। इसके अलावा राज लोखी और उसकी बेटी राज लक्ष्मी है, जो पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के रहने वाली थी। चौथे की पहचान राहुल कुमार के रूप में की गई है, जो भोजपुर के रहने वाला था। बाकी 2 लोगों की पहचान नहीं हो पाई है, कोशिश की जा रही है। पूरी रिपोर्ट पढ़िए 5 वजहों से गई पटना में 6 लोगों की जान:बाहर भागने का रास्ता पड़ा छोटा, होटल मालिक ने की फायर ऑडिट रिपोर्ट की अनदेखी पटना जंक्शन से 50 मीटर दूर पाल होटल में गुरुवार सुबह लगी आग में 6 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे के पीछे नगर निगम, फायर ब्रिगेड के अधिकारियों को पाल होटल की लापरवाही नजर आ रही है। फायर ऑडिट रिपोर्ट में दिए निर्देश को पालन किया गया होता तो शायद 6 लोगों की जान ना जाती। होटल की बिल्डिंग नगर निगम के मानकों के अनुरूप नहीं बनी है। बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन कर बनाया गया है। एंट्री गेट छोटा, मानक के अनुरूप सीढ़ी का ना होना आदि कई कमियां सामने आई हैं, जिसने इस आग को विकराल रूप लेने पर मजबूर कर दिया। आइए जानते हैं, इस हादसे की पांच प्रमुख वजह…
दरभंगा में शादी के दौरान सिलेंडर ब्लास्ट होने से 6 लोगों की मौत हो गई है। हादसा गुरुवार रात 11 बजे के बाद हुआ। गांव के लोगों ने बताया की छगन पासवान की बेटी की शादी थी। बारात को पड़ोसी रामचंद्र पासवान के आवासीय परिसर में ठहराया गया था। इस दौरान बारातियों ने जमकर आतिशबाजी की। पटाखों की चिंगारी से शामियाने में आग लग गई। पास में ही खाना बन रहा था। देखते ही देखते आग सिलेंडर तक जा पहुंची। सिलेंडर में आग लगते ही ब्लास्ट हो गया। हादसे के बाद दूल्हा-दुल्हन को पास के ही मंदिर में ले जाया गया। वहां दोनों की शादी हुई। इसी दौरान रामचंद्र पासवान के दरवाजे पर रखे डीजल के स्टॉक में भी आग लग गई। इसमें रामचंद्र पासवान के परिवार के 6 लोगों की मौत हो गई। हादसे में रामचंद्र पासवान के बेटे, बहू, बेटी, 2 नाती, नतिनी ने दम तोड़ दिया। मामला अलीनगर प्रखंड के बहेड़ा थाना के अंटोर गांव का है। हादसे की तस्वीरें देखिए... पटाखों की चिंगारी से आग फैली गांव के ही अनिल पासवान ने बताया कि मुझे रात 3 बजे हादसे की जानकारी मिली। मैं मौके पर पहुंचा तो देखा आग की लपटें उठ रही थीं। मृतकों में मुझे अभी सुनिल और कंचन का नाम याद है। सुनिल के परिवार वालों की भी मौत हुई है। बारात गुरुवार रात 10 बजे आई थी। 11 बजे आग लगी। बाराती पटाखे छोड़ रहे थे उसी की चिंगारी से आग फैली। बारातियों को पटाखे फोड़ने से मना किया था मृतक के चचेरे भाई रविंद्र पासवान ने बताया कि बारात आई थी। पटाखे की चिंगारी से आग लगी। हमरे मना किया था कि यहां पटाखे मत फोड़ो, लेकिन वो नहीं माने। यहां पर पानी का साधन भी नहीं था। सूखा पड़ा है। चापाकल भी नहीं है। शादी नरेश पासवान की बेटी की थी। टेंट वाले राहुल पासवान ने कहा कि बरात आई थी। पटाखे फोड़े जा रहे थे। हम लोगों ने विरोध किया था। पूरा घर जल गया। काफी बचाने की कोशिश की थी। घटना 11 बजे की है। हादसे में मृतकों के नाम मृतकों में कंचन देवी(25) , साक्षी कुमारी(4), सिद्धांत कुमार(2), डेढ़ साल का एक बच्चा, सुनील पासवान(26) और लाली देवी शामिल हैं। बेनीपुर के अनुमंडल पदाधिकारी शंभू नाथ झा ने बताया कि घटना में 6 लोगों की मौत हुई है। मृतक के नजदीकी रिश्तेदारों को 4-4 लाख रुपए दिए जाएंगे। 3 मवेशियों की भी मौत हुई है। उनका भी मुआवजा दिया जाएगा। बाकी सामान के नुकसान के लिए 12 हजार रुपए की मदद की जाएगी। जिसके यहां बारात रुकी सभी मृतक उसी परिवार के सभी मृतक एक ही परिवार के थे। मृतकों में रामचंद्र पासवान के बेटे सुनील कुमार पासवान, बहू लाली देवी, बेटी कंचन देवी, नाती सिद्धांत कुमार, डेढ़ महीने का सुधांशु और नतिनी साक्षी कुमारी शामिल है। रामचंद्र पासवान की बेटी और उसके बच्चे पिता के पास ही रहते थे। परिवार में रामचंद्र पासवान का पोता सुशांत कुमार, पोती स्वाति कुमारी और बेटा अनिल कुमार बचे हैं। सुशांत और स्वाति मृतक सुनील कुमार पासवान के बच्चे हैं। ये खबर भी पढ़िए... पटना के होटल में आग, मां-बेटी समेत 6 की मौत:20 घायल पीएमसीएच में भर्ती, 45 का रेस्क्यू; कई लोगों ने कूदकर बचाई जान पटना जंक्शन से 50 मीटर दूर पाल होटल में गुरुवार सुबह अचानक आग लग गई। आग ने आसपास के 3 होटलों को भी अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में मां-बेटी समेत 6 लोगों की मौत हुई है। इसमें 3 महिला और 3 पुरुष हैं। सिटी एसपी सेंट्रल सत्यप्रकाश ने बताया कि घायलों में 2 की हालत गंभीर बनी हुई है। जबकि 20 लोगों का इलाज अभी पटना मेडिकल कॉलेज (PMCH) में चल रहा है। मृतकों में चार की पहचान हुई है। इसमें एक की पहचान दिनेश सिंह कुशवाहा के रूप में हुई है, जो होटल में ही काम करते थे। भभुआ जिले के नखतौल के रहनेवाले थे। इसके अलावा राज लोखी और उसकी बेटी राज लक्ष्मी है, जो पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के रहने वाली थी। चौथे की पहचान राहुल कुमार के रूप में की गई है, जो भोजपुर के रहने वाला था। बाकी 2 लोगों की पहचान नहीं हो पाई है, कोशिश की जा रही है। पूरी रिपोर्ट पढ़िए 5 वजहों से गई पटना में 6 लोगों की जान:बाहर भागने का रास्ता पड़ा छोटा, होटल मालिक ने की फायर ऑडिट रिपोर्ट की अनदेखी पटना जंक्शन से 50 मीटर दूर पाल होटल में गुरुवार सुबह लगी आग में 6 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे के पीछे नगर निगम, फायर ब्रिगेड के अधिकारियों को पाल होटल की लापरवाही नजर आ रही है। फायर ऑडिट रिपोर्ट में दिए निर्देश को पालन किया गया होता तो शायद 6 लोगों की जान ना जाती। होटल की बिल्डिंग नगर निगम के मानकों के अनुरूप नहीं बनी है। बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन कर बनाया गया है। एंट्री गेट छोटा, मानक के अनुरूप सीढ़ी का ना होना आदि कई कमियां सामने आई हैं, जिसने इस आग को विकराल रूप लेने पर मजबूर कर दिया। आइए जानते हैं, इस हादसे की पांच प्रमुख वजह…