​​​​​​​अमित शाह डीपफेक वीडियो केस में 2 गिरफ्तार:अहमदाबाद से कांग्रेस विधायक का PA और AAP कार्यकर्ता अरेस्ट; शाह बोले- रिजर्वेशन पर कांग्रेस ने डाका डाला

केंद्रीय मंत्री अमित शाह डीपफेक वीडियो केस में अहमदाबाद साइबर सेल ने कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवानी के PA और AAP का कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया है। इस मामले में तेलंगाना के CM रेवंत रेड्डी से भी दिल्ली पुलिस 1 मई को पूछताछ करने वाली है। उधर, अमित शाह ने मामले को लेकर मंगलवार (30 अप्रैल) को असम के गुवाहाटी में कहा- कांग्रेस की हताशा इस स्तर तक पहुंच गई कि उन्होंने मेरा फेक वीडियो बनाकर फैला दिया। कांग्रेस झूठ फैलाकर गुमराह कर रही है। धर्म के आधार पर आरक्षण संविधान सम्‍मत नहीं है। हमारी पार्टी एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण के समर्थन में है। शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ओरिजनल और फेक वीडियो प्ले किए और कहा- मुख्यमंत्री स्तर के लोगों ने भी इस फेक वीडियो को वायरल किया। सौभाग्य से मैं जो बोला था, वह भी रिकॉर्ड में था। उसे हमने सबके सामने रखा और दूध का दूध पानी का पानी हो गया है। अब कांग्रेस के नेता पर आपराधिक मामला दर्ज हो गया है। इन समुदायों के आरक्षण पर अगर किसी ने डाका डाला है तो वह कांग्रेस पार्टी ने डाला है। शाह ने कहा- जब से राहुल गांधी ने कांग्रेस की कमान संभाली है, तब से वह राजनीति को निचले स्तर पर ले जाने का काम कर रहे हैं। मेरा मानना ​​है कि फर्जी वीडियो वायरल करके जनता का समर्थन पाने की कोशिश निंदनीय है और भारतीय राजनीति में किसी भी प्रमुख पार्टी को ऐसा कभी नहीं करना चाहिए। क्या है अमित शाह का डीपफेक वीडियो मामला? 27 अप्रैल को सोशल मीडिया पर अमित शाह का एक फेक वीडियो वायरल हुआ। इसे तेलंगाना कांग्रेस और CM रेवंत रेड्डी ने शेयर किया था। इसमें वे SC-ST और OBC के आरक्षण को खत्म करने की बात करते दिख रहे हैं। PTI के फैक्ट चैक यूनिट ने कहा कि मूल वीडियो में अमित शाह ने तेलंगाना में मुसलमानों के लिए असंवैधानिक आरक्षण हटाने की बात कही थी। इस मामले को लेकर 28 अप्रैल को दिल्ली पुलिस ने मामले में FIR दर्ज की और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को समन जारी किया। उनसे 1 मई को पूछताछ होगी। इसे लेकर एक शिकायत भाजपा ने और दूसरी शिकायत गृह मंत्रालय ने की थी। वीडियो को लेकर भाजपा ने देशभर में FIR दर्ज कराने का फैसला किया है। उधर, सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट कर बताया कि इस मामले में असम से रीतोम सिंह को अरेस्ट किया गया है। शाह बोले- कांग्रेस ने हमारे बयानों को ट्विस्ट किया अमित शाह ने कहा- सबसे पहले कांग्रेस ने संयुक्त आंध्र प्रदेश में मुसलमानों को आरक्षण दिया, जिसके कारण OBC का रिजर्वेशन कटा। उसके बाद कर्नाटक में उन्होंने रातों-रात बिना किसी सर्वे, पिछड़ापन तय किए बगैर सारे मुसलमानों को OBC कैटेगरी में डालकर उनके लिए 4% का कोटा रिजर्व कर दिया, इससे भी पिछड़ा वर्ग का रिजर्वेशन कटा है। कुछ दिन से कांग्रेस ने हमारे 400 पार के लक्ष्य को ट्वीस्ट करना शुरू किया है। वो अपप्रचार कर रहे हैं कि भाजपा 400 पार करने के बाद संविधान बदल देगी और आरक्षण को समाप्त कर देगी। ये दोनों चीजें निराधार और तथ्यहीन है। रेवंत रेड्‌डी बोले- हम उनसे डरने वाले नहीं, मुंहतोड़ जवाब देंगे दिल्ली पुलिस के समन के बाद रेवंत रेड्डी ने कर्नाटक के कलबुर्गी में कहा- चुनाव जीतने के लिए अब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ED, CBI और इनकम टैक्स विभाग का इस्तेमाल करते थे। लेकिन अब मुझे पता चला है कि दिल्ली पुलिस भी तेलंगाना कांग्रेस के दफ्तर पर पहुंच गई है। सोशल मीडिया पर किसी ने कुछ पोस्ट किया और वे लोग तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष और तेलंगाना के सीएम को गिरफ्तार करने चले आए। इसका मतलब है कि नरेंद्र मोदी अब चुनाव जीतने के लिए दिल्ली पुलिस का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। कोई भी उनसे डरने नहीं वाला है। हम उन्हें मुंहतोड़ जवाब देंगे। क्यों भेजा तेलंगाना सीएम को नोटिस दिल्ली पुलिस की ओर से जारी किए गए नोटिस में तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी को अपना फोन भी लाने को कहा गया है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक रेड्डी के फोन की भी जांच की जाएगी। दरअसल, रेवंत ने भी अपने एक्स अकाउंट से अमित शाह के फेक वीडियो को शेयर किया था। तेलंगाना कांग्रेस के आधिकारिक अकाउंट समेत पार्टी के कई नेताओं ने इस वीडियो को शेयर किया था। हालांकि, इनके सोशल मीडिया अकाउंट्स से यह पोस्ट अब हटा ली गई है। FIR की कॉपी ... BJP ने वीडियो को बताया फर्जी BJP ने अपनी शिकायत में कहा कि अमित शाह ने अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए आरक्षण खत्म करने को लेकर कोई बात नहीं की है। जो वीडियो वायरल किया जा रहा है वह फर्जी है। BJP ने आरोप लगाया कि मूल वीडियो में अमित शाह ने तेलंगाना में मुसलमानों के लिए असंवैधानिक आरक्षण हटाने की बात कही थी। दिल्ली पुलिस ने फेसबुक और X से मांगी जानकारी दिल्ली पुलिस ने गृहमंत्री के एडिटेड वीडियो को लेकर X और फेसबुक को लेटर लिखा है। साथ ही दोनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जानकारी मांगी है कि ये एडिटेड वीडियो किस अकाउंट से पोस्ट किया गया है। दिल्ली पुलिस की साइबर सेल IFSO के DCP हेमंत तिवारी ने दैनिक भास्कर को बताया कि बातचीत में बताया कि तेलंगाना कांग्रेस के हैंडल से अमित शाह का एडिटेड वीडियो पोस्ट किया गया था। तेलंगाना कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष होने के नाते CM रेवंत रेड्डी को भी समन भेजा गया है। उनके मुताबिक, जांच की जा रही है कि ये वीडियो किसने-किसने पोस्ट किया है। जिनका-जिनका नाम आ रहा है, जिन्होंने इसे पोस्ट किया है, उनको समन भेजा जा रहा है। अमित मालवीय ने तेलंगाना कांग्रेस पर लगाया आरोप BJP के IT सेल के हेड अमित मालवीय ने 27 अप्रैल को तेलंगाना कांग्रेस की ओर से शेयर किए गए इस फेक वीडियो को एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने कहा कि तेलंगाना कांग्रेस एडिटेड वीडियो फैला रही है, जो पूरी तरह से फेक है। इससे बड़े पैमाने पर हिंसा होने की आशंका है। उन्होंने आगे कहा कि यह फर्जी वीडियो कई कांग्रेसी नेताओं ने शेयर किया है, अब वे कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहे

​​​​​​​अमित शाह डीपफेक वीडियो केस में 2 गिरफ्तार:अहमदाबाद से कांग्रेस विधायक का PA और AAP कार्यकर्ता अरेस्ट; शाह बोले- रिजर्वेशन पर कांग्रेस ने डाका डाला
केंद्रीय मंत्री अमित शाह डीपफेक वीडियो केस में अहमदाबाद साइबर सेल ने कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवानी के PA और AAP का कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया है। इस मामले में तेलंगाना के CM रेवंत रेड्डी से भी दिल्ली पुलिस 1 मई को पूछताछ करने वाली है। उधर, अमित शाह ने मामले को लेकर मंगलवार (30 अप्रैल) को असम के गुवाहाटी में कहा- कांग्रेस की हताशा इस स्तर तक पहुंच गई कि उन्होंने मेरा फेक वीडियो बनाकर फैला दिया। कांग्रेस झूठ फैलाकर गुमराह कर रही है। धर्म के आधार पर आरक्षण संविधान सम्‍मत नहीं है। हमारी पार्टी एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण के समर्थन में है। शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ओरिजनल और फेक वीडियो प्ले किए और कहा- मुख्यमंत्री स्तर के लोगों ने भी इस फेक वीडियो को वायरल किया। सौभाग्य से मैं जो बोला था, वह भी रिकॉर्ड में था। उसे हमने सबके सामने रखा और दूध का दूध पानी का पानी हो गया है। अब कांग्रेस के नेता पर आपराधिक मामला दर्ज हो गया है। इन समुदायों के आरक्षण पर अगर किसी ने डाका डाला है तो वह कांग्रेस पार्टी ने डाला है। शाह ने कहा- जब से राहुल गांधी ने कांग्रेस की कमान संभाली है, तब से वह राजनीति को निचले स्तर पर ले जाने का काम कर रहे हैं। मेरा मानना ​​है कि फर्जी वीडियो वायरल करके जनता का समर्थन पाने की कोशिश निंदनीय है और भारतीय राजनीति में किसी भी प्रमुख पार्टी को ऐसा कभी नहीं करना चाहिए। क्या है अमित शाह का डीपफेक वीडियो मामला? 27 अप्रैल को सोशल मीडिया पर अमित शाह का एक फेक वीडियो वायरल हुआ। इसे तेलंगाना कांग्रेस और CM रेवंत रेड्डी ने शेयर किया था। इसमें वे SC-ST और OBC के आरक्षण को खत्म करने की बात करते दिख रहे हैं। PTI के फैक्ट चैक यूनिट ने कहा कि मूल वीडियो में अमित शाह ने तेलंगाना में मुसलमानों के लिए असंवैधानिक आरक्षण हटाने की बात कही थी। इस मामले को लेकर 28 अप्रैल को दिल्ली पुलिस ने मामले में FIR दर्ज की और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को समन जारी किया। उनसे 1 मई को पूछताछ होगी। इसे लेकर एक शिकायत भाजपा ने और दूसरी शिकायत गृह मंत्रालय ने की थी। वीडियो को लेकर भाजपा ने देशभर में FIR दर्ज कराने का फैसला किया है। उधर, सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट कर बताया कि इस मामले में असम से रीतोम सिंह को अरेस्ट किया गया है। शाह बोले- कांग्रेस ने हमारे बयानों को ट्विस्ट किया अमित शाह ने कहा- सबसे पहले कांग्रेस ने संयुक्त आंध्र प्रदेश में मुसलमानों को आरक्षण दिया, जिसके कारण OBC का रिजर्वेशन कटा। उसके बाद कर्नाटक में उन्होंने रातों-रात बिना किसी सर्वे, पिछड़ापन तय किए बगैर सारे मुसलमानों को OBC कैटेगरी में डालकर उनके लिए 4% का कोटा रिजर्व कर दिया, इससे भी पिछड़ा वर्ग का रिजर्वेशन कटा है। कुछ दिन से कांग्रेस ने हमारे 400 पार के लक्ष्य को ट्वीस्ट करना शुरू किया है। वो अपप्रचार कर रहे हैं कि भाजपा 400 पार करने के बाद संविधान बदल देगी और आरक्षण को समाप्त कर देगी। ये दोनों चीजें निराधार और तथ्यहीन है। रेवंत रेड्‌डी बोले- हम उनसे डरने वाले नहीं, मुंहतोड़ जवाब देंगे दिल्ली पुलिस के समन के बाद रेवंत रेड्डी ने कर्नाटक के कलबुर्गी में कहा- चुनाव जीतने के लिए अब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ED, CBI और इनकम टैक्स विभाग का इस्तेमाल करते थे। लेकिन अब मुझे पता चला है कि दिल्ली पुलिस भी तेलंगाना कांग्रेस के दफ्तर पर पहुंच गई है। सोशल मीडिया पर किसी ने कुछ पोस्ट किया और वे लोग तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष और तेलंगाना के सीएम को गिरफ्तार करने चले आए। इसका मतलब है कि नरेंद्र मोदी अब चुनाव जीतने के लिए दिल्ली पुलिस का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। कोई भी उनसे डरने नहीं वाला है। हम उन्हें मुंहतोड़ जवाब देंगे। क्यों भेजा तेलंगाना सीएम को नोटिस दिल्ली पुलिस की ओर से जारी किए गए नोटिस में तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी को अपना फोन भी लाने को कहा गया है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक रेड्डी के फोन की भी जांच की जाएगी। दरअसल, रेवंत ने भी अपने एक्स अकाउंट से अमित शाह के फेक वीडियो को शेयर किया था। तेलंगाना कांग्रेस के आधिकारिक अकाउंट समेत पार्टी के कई नेताओं ने इस वीडियो को शेयर किया था। हालांकि, इनके सोशल मीडिया अकाउंट्स से यह पोस्ट अब हटा ली गई है। FIR की कॉपी ... BJP ने वीडियो को बताया फर्जी BJP ने अपनी शिकायत में कहा कि अमित शाह ने अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए आरक्षण खत्म करने को लेकर कोई बात नहीं की है। जो वीडियो वायरल किया जा रहा है वह फर्जी है। BJP ने आरोप लगाया कि मूल वीडियो में अमित शाह ने तेलंगाना में मुसलमानों के लिए असंवैधानिक आरक्षण हटाने की बात कही थी। दिल्ली पुलिस ने फेसबुक और X से मांगी जानकारी दिल्ली पुलिस ने गृहमंत्री के एडिटेड वीडियो को लेकर X और फेसबुक को लेटर लिखा है। साथ ही दोनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जानकारी मांगी है कि ये एडिटेड वीडियो किस अकाउंट से पोस्ट किया गया है। दिल्ली पुलिस की साइबर सेल IFSO के DCP हेमंत तिवारी ने दैनिक भास्कर को बताया कि बातचीत में बताया कि तेलंगाना कांग्रेस के हैंडल से अमित शाह का एडिटेड वीडियो पोस्ट किया गया था। तेलंगाना कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष होने के नाते CM रेवंत रेड्डी को भी समन भेजा गया है। उनके मुताबिक, जांच की जा रही है कि ये वीडियो किसने-किसने पोस्ट किया है। जिनका-जिनका नाम आ रहा है, जिन्होंने इसे पोस्ट किया है, उनको समन भेजा जा रहा है। अमित मालवीय ने तेलंगाना कांग्रेस पर लगाया आरोप BJP के IT सेल के हेड अमित मालवीय ने 27 अप्रैल को तेलंगाना कांग्रेस की ओर से शेयर किए गए इस फेक वीडियो को एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने कहा कि तेलंगाना कांग्रेस एडिटेड वीडियो फैला रही है, जो पूरी तरह से फेक है। इससे बड़े पैमाने पर हिंसा होने की आशंका है। उन्होंने आगे कहा कि यह फर्जी वीडियो कई कांग्रेसी नेताओं ने शेयर किया है, अब वे कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें। ये खबर भी पढ़ें ... भागवत बोले- RSS हमेशा आरक्षण के पक्ष में: कुछ लोग झूठ फैला रहे; शाह ने कहा- भाजपा के रहते कांग्रेस आरक्षण को छू नहीं पाएगी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने 28 अप्रैल को कहा कि संघ ने कभी भी कुछ खास वर्गों को दिए जाने वाले आरक्षण का विरोध नहीं किया है। हैदराबाद में एक कार्यक्रम में भागवत ने कहा कि संघ का मानना ​​है कि जब तक जरूरत है, आरक्षण जारी रहना चाहिए। भागवत ने यह बात भाजपा और कांग्रेस के बीच आरक्षण को लेकर चल रहे बयानों के बाद कही। पूरी खबर पढ़ें... रश्मिका मंदाना से जुड़े डीपफेक मामले में FIR दर्ज: दिल्ली पुलिस ने मेटा को लिखा लेटर, वीडियो शेयर करने वाले का URL मांगा साउथ एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना के डीपफेक वीडियो मामले में दिल्ली पुलिस ने एक FIR दर्ज की है। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, स्पेशल सेल पुलिस मामले की जांच कर रही है। इसके साथ ही पुलिस ने मेटा कंपनी (फेसबुक-इंस्टाग्राम) से उस खाते का URL (यूनिफॉर्म रिर्सोस लोकेटर) मांगा है, जिससे एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना का डीप फेक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया था। पूरी खबर पढ़ें ...