जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में लैंडस्लाइड-बाढ़ से 5 लोगों की मौत:रविवार रात से जारी है बारिश, ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी

जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में लैंडस्लाइड और बाढ़ से 5 लोगों की मौत हो गई। जम्मू कश्मीर में रविवार (28 अप्रैल) से भारी बारिश हो रही है। राज्य के पहाड़ों पर बर्फबारी भी जारी है। कई घरों को नुकसान पहुंचा है और सैकड़ों रहवासी प्रभावित हुए हैं। जम्मू क्षेत्र के डोडा, रियासी, किश्तवाड़, रामबन और कश्मीर के किश्तवाड़ सहित कई पहाड़ी जिलों में भारी बारिश और भूस्खलन हुआ है। कल, रामबन जिले में कई स्थानों पर भूस्खलन के बाद श्रीनगर-जम्मू बंद कर दिया गया था। पांच ब्रिज और सड़कें टूटी बाढ़ ने कुपवाड़ा जिले में शूमरियाल ब्रिज, खुमरियाल ब्रिज, शतमुकम ब्रिज, सोहिपोरा-हैहामा ब्रिज, फारक्यान ब्रिज, कुपवाड़ा में दो ग्रामीण विकास विभाग भवन और सहायक निदेशक हस्तशिल्प कार्यालय भवन को नुकसान पहुंचाया है। शुमर्याल- गुंडाझांगर सड़क टूट गई है। डोबन कछामा बांध में दरार आ गई है। कुपवाड़ा में अब स्थिति में सुधार होना शुरू हो गया है। जल स्तर घट रहा है और लोग अपने टूटे घरों में लौट रहे हैं। कल अचानक आई बाढ़ के कारण सड़क का एक हिस्सा बह गया और कई घरों में घुटनों तक पानी भर गया है। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने कहा कि समय पर राहत टीम पहुंचने से बाढ़ प्रभावित इलाकों में जानें बच गई। हंदवाड़ा के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट अजीज अहमद ने कहा, हम नुकसान का आकलन कर रहे हैं। हमारी प्राथमिकता लोगों की जान बचाना है। स्थानीय लोगों ने कहा कि बाढ़ में हमने सब कुछ खो दिया है, हमें भोजन और कपड़े की जरूरत है।लगातार बारिश के कारण श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग के कुछ हिस्से पानी में डूबे हुए हैं। श्रीनगर शहर और कश्मीर घाटी के अन्य निचले इलाकों में जलभराव से कई क्षेत्र प्रभावित हुए। बीते तीन दिनों से लगातार जारी भारी बारिश के कारण कश्मीर में सड़कें और निचले इलाकों में पानी भर गया है। स्कूलों की छुट्टियां कर दी गईं हैं। श्रीनगर-जम्मू नेशनल हाइवे और मुगल रोड सहित प्रमुख सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बंद है। बारिश के चलते अधिकांश नदियां खतरे के निशान के आसपास बह रही हैं। अधिकारियों ने बाढ़ के खतरे से इनकार किया है।लेकिन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए नदियों के किनारे बचाव दल तैनात किए गए हैं। साथ ही लोगों को नदियों से दूर रहने की सलाह भी दी गई है। ऊंचे इलाकों में बर्फबारी ऊंचे इलाकों में बर्फबारी के चलते तापमान में 5 से 10 डिग्री तक गिरावट आई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक बीते 5 दिनों में खर्मीर के बनिहाल में सबसे ज्यादा 156.4 मिमी, काजीगुंड में 137.8 मिमी, पहलगाम में 133.5 मिमी और श्रीनगर में 98.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है। अगले 24 घंटे में कैसा रहेगा जम्मू-कश्मीर का मौसम जम्मू-कश्मीर के सोनमर्ग के सरबल इलाके में सोमवार को एवलांच आया था। माछिल में भारी बर्फबारी के चलते बीते 24 घंटे में बर्फ की 12 से 15 इंच मोटी परत जम गई है। अगले 8 घंटे में कई जगहों पर भारी बारिश और ओले गिरने और ऊपरी इलाकों में भारी बर्फबारी होने की आशंका है। 10 राज्यों में हीटवेव का अलर्ट देश में तेज गर्मी का असर लगातार जारी है। मौसम विभाग ने बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा, पश्चिम बंगाल, रायलसीमा, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल और माहे में गर्मी को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। देश के मध्य भाग में अगले तीन दिनों में अधिकतम तापमान 2 से 3 डिग्री तक बढ़ सकता है। सोमवार को आंध्र प्रदेश के कलाईकुंडा और कंडाला में अधिकतम तापमान 45.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य से 8 डिग्री ज्यादा है। 13 राज्यों में बारिश, बिजली गिरने की आशंका अगले 2 दिनों का मौसम का अनुमान... 1 मई: बिहार, झारखंड में सीवियर हीटवेव चलेगी, नॉर्थ-ईस्ट के 4 राज्यों में भारी बारिश होगी पहली बार पूरे केरल में लू चल रही, 100 साल में दूसरी बार तेज गर्मी गर्मी के चलते इस बार केरल में हालात बहुत बुरे हो गए हैं। पूरे राज्य में तापमान 40 डिग्री से ऊपर बना हुआ है, जो कि सामान्य स्तर से 4 से 5 डिग्री ज्यादा है। एक दिन पहले पलक्कड़ में पारा 41.8 डिग्री रिकॉर्ड हुआ, जो कि बीते 100 साल में राज्य का दूसरा सबसे उच्चतम तापमान है। इससे पहले 2016 में यह 41.9 डिग्री था। पहली बार भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पूरे राज्य में लू चलने की बात कही है। सभी जिलों में गर्मी का यलो अलर्ट लगातार बना हुआ है। इस वजह से राज्य में घरेलू पर्यटन उद्योग 40% तक गिर गया है। वायनाड, मुन्नार जैसे खूबसूरत इलाके पर्यटकों से सूने पड़े हैं। केरल के लोग कश्मीर, शिमला, दार्जिलिंग घूमने जा रहे हैं। 2023 में 2.18 करोड़ घरेलू पर्यटक केरल पहुंचे थे, जो कि 2022 के मुकाबले 15.92% ज्यादा थे। इस बार हालात इसके ठीक उलट हैं। आबाद ग्रुप ऑफ होल्टस एंड रिजॉर्ट के कॉर्पोरेट सेल्स मैनेजर मंजूर ए.आर के मुताबिक गर्मी के चलते मई में भी हालात यही रहने की आशंका है। जबकि 2022 और 2023 के इन महीनों में होटलों की ऑक्यूपेसी 100% के करीब थी। कब चलती है हीटवेव? मौसम विभाग के मुताबिक, हीटवेव तब चलती है जब मैदानी इलाकों में टेम्प्रेचर 40 डिग्री, समुद्र के तट के करीब के इलाकों में 37 डिग्री और पहाड़ी इलाकों में 30 डिग्री हो जाए। सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस तापमान बढ़ने पर हीटवेव और 6.4 डिग्री का इजाफा होने पर सीवियर हीटवेव चलती है। UN की रिपोर्ट में दावा- हीटवेव से पिछले साल 110 जानें गईं यूनाइटेड नेशंस ने एशियाई देशों के 2023 में क्लाइमेट को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है। इसमें दावा किया गया है कि पिछले साल एशियाई देश विश्व में सबसे ज्यादा आपदाओं से प्रभावित होने वाले देशों की लिस्ट में थे। रिपोर्ट की तीन महत्वपूर्ण बातें सिलसिलेवार पढ़ें... मानसून को लेकर 2 अनुमान 1. मौसम विभाग का अनुमान- मानसून सामान्य से बेहतर रहेगा, राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत 20 राज्यों में अच्छी बारिश होगी भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने सोमवार को बताया कि इस बार जून से सितंबर तक मानसून सामान्य से बेहतर रहेगा। मौसम विभाग (IMD) 104 से 110 फीसदी के बीच ब

जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में लैंडस्लाइड-बाढ़ से 5 लोगों की मौत:रविवार रात से जारी है बारिश, ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में लैंडस्लाइड और बाढ़ से 5 लोगों की मौत हो गई। जम्मू कश्मीर में रविवार (28 अप्रैल) से भारी बारिश हो रही है। राज्य के पहाड़ों पर बर्फबारी भी जारी है। कई घरों को नुकसान पहुंचा है और सैकड़ों रहवासी प्रभावित हुए हैं। जम्मू क्षेत्र के डोडा, रियासी, किश्तवाड़, रामबन और कश्मीर के किश्तवाड़ सहित कई पहाड़ी जिलों में भारी बारिश और भूस्खलन हुआ है। कल, रामबन जिले में कई स्थानों पर भूस्खलन के बाद श्रीनगर-जम्मू बंद कर दिया गया था। पांच ब्रिज और सड़कें टूटी बाढ़ ने कुपवाड़ा जिले में शूमरियाल ब्रिज, खुमरियाल ब्रिज, शतमुकम ब्रिज, सोहिपोरा-हैहामा ब्रिज, फारक्यान ब्रिज, कुपवाड़ा में दो ग्रामीण विकास विभाग भवन और सहायक निदेशक हस्तशिल्प कार्यालय भवन को नुकसान पहुंचाया है। शुमर्याल- गुंडाझांगर सड़क टूट गई है। डोबन कछामा बांध में दरार आ गई है। कुपवाड़ा में अब स्थिति में सुधार होना शुरू हो गया है। जल स्तर घट रहा है और लोग अपने टूटे घरों में लौट रहे हैं। कल अचानक आई बाढ़ के कारण सड़क का एक हिस्सा बह गया और कई घरों में घुटनों तक पानी भर गया है। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने कहा कि समय पर राहत टीम पहुंचने से बाढ़ प्रभावित इलाकों में जानें बच गई। हंदवाड़ा के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट अजीज अहमद ने कहा, हम नुकसान का आकलन कर रहे हैं। हमारी प्राथमिकता लोगों की जान बचाना है। स्थानीय लोगों ने कहा कि बाढ़ में हमने सब कुछ खो दिया है, हमें भोजन और कपड़े की जरूरत है।लगातार बारिश के कारण श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग के कुछ हिस्से पानी में डूबे हुए हैं। श्रीनगर शहर और कश्मीर घाटी के अन्य निचले इलाकों में जलभराव से कई क्षेत्र प्रभावित हुए। बीते तीन दिनों से लगातार जारी भारी बारिश के कारण कश्मीर में सड़कें और निचले इलाकों में पानी भर गया है। स्कूलों की छुट्टियां कर दी गईं हैं। श्रीनगर-जम्मू नेशनल हाइवे और मुगल रोड सहित प्रमुख सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बंद है। बारिश के चलते अधिकांश नदियां खतरे के निशान के आसपास बह रही हैं। अधिकारियों ने बाढ़ के खतरे से इनकार किया है।लेकिन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए नदियों के किनारे बचाव दल तैनात किए गए हैं। साथ ही लोगों को नदियों से दूर रहने की सलाह भी दी गई है। ऊंचे इलाकों में बर्फबारी ऊंचे इलाकों में बर्फबारी के चलते तापमान में 5 से 10 डिग्री तक गिरावट आई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक बीते 5 दिनों में खर्मीर के बनिहाल में सबसे ज्यादा 156.4 मिमी, काजीगुंड में 137.8 मिमी, पहलगाम में 133.5 मिमी और श्रीनगर में 98.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है। अगले 24 घंटे में कैसा रहेगा जम्मू-कश्मीर का मौसम जम्मू-कश्मीर के सोनमर्ग के सरबल इलाके में सोमवार को एवलांच आया था। माछिल में भारी बर्फबारी के चलते बीते 24 घंटे में बर्फ की 12 से 15 इंच मोटी परत जम गई है। अगले 8 घंटे में कई जगहों पर भारी बारिश और ओले गिरने और ऊपरी इलाकों में भारी बर्फबारी होने की आशंका है। 10 राज्यों में हीटवेव का अलर्ट देश में तेज गर्मी का असर लगातार जारी है। मौसम विभाग ने बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा, पश्चिम बंगाल, रायलसीमा, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल और माहे में गर्मी को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। देश के मध्य भाग में अगले तीन दिनों में अधिकतम तापमान 2 से 3 डिग्री तक बढ़ सकता है। सोमवार को आंध्र प्रदेश के कलाईकुंडा और कंडाला में अधिकतम तापमान 45.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य से 8 डिग्री ज्यादा है। 13 राज्यों में बारिश, बिजली गिरने की आशंका अगले 2 दिनों का मौसम का अनुमान... 1 मई: बिहार, झारखंड में सीवियर हीटवेव चलेगी, नॉर्थ-ईस्ट के 4 राज्यों में भारी बारिश होगी पहली बार पूरे केरल में लू चल रही, 100 साल में दूसरी बार तेज गर्मी गर्मी के चलते इस बार केरल में हालात बहुत बुरे हो गए हैं। पूरे राज्य में तापमान 40 डिग्री से ऊपर बना हुआ है, जो कि सामान्य स्तर से 4 से 5 डिग्री ज्यादा है। एक दिन पहले पलक्कड़ में पारा 41.8 डिग्री रिकॉर्ड हुआ, जो कि बीते 100 साल में राज्य का दूसरा सबसे उच्चतम तापमान है। इससे पहले 2016 में यह 41.9 डिग्री था। पहली बार भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पूरे राज्य में लू चलने की बात कही है। सभी जिलों में गर्मी का यलो अलर्ट लगातार बना हुआ है। इस वजह से राज्य में घरेलू पर्यटन उद्योग 40% तक गिर गया है। वायनाड, मुन्नार जैसे खूबसूरत इलाके पर्यटकों से सूने पड़े हैं। केरल के लोग कश्मीर, शिमला, दार्जिलिंग घूमने जा रहे हैं। 2023 में 2.18 करोड़ घरेलू पर्यटक केरल पहुंचे थे, जो कि 2022 के मुकाबले 15.92% ज्यादा थे। इस बार हालात इसके ठीक उलट हैं। आबाद ग्रुप ऑफ होल्टस एंड रिजॉर्ट के कॉर्पोरेट सेल्स मैनेजर मंजूर ए.आर के मुताबिक गर्मी के चलते मई में भी हालात यही रहने की आशंका है। जबकि 2022 और 2023 के इन महीनों में होटलों की ऑक्यूपेसी 100% के करीब थी। कब चलती है हीटवेव? मौसम विभाग के मुताबिक, हीटवेव तब चलती है जब मैदानी इलाकों में टेम्प्रेचर 40 डिग्री, समुद्र के तट के करीब के इलाकों में 37 डिग्री और पहाड़ी इलाकों में 30 डिग्री हो जाए। सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस तापमान बढ़ने पर हीटवेव और 6.4 डिग्री का इजाफा होने पर सीवियर हीटवेव चलती है। UN की रिपोर्ट में दावा- हीटवेव से पिछले साल 110 जानें गईं यूनाइटेड नेशंस ने एशियाई देशों के 2023 में क्लाइमेट को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है। इसमें दावा किया गया है कि पिछले साल एशियाई देश विश्व में सबसे ज्यादा आपदाओं से प्रभावित होने वाले देशों की लिस्ट में थे। रिपोर्ट की तीन महत्वपूर्ण बातें सिलसिलेवार पढ़ें... मानसून को लेकर 2 अनुमान 1. मौसम विभाग का अनुमान- मानसून सामान्य से बेहतर रहेगा, राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत 20 राज्यों में अच्छी बारिश होगी भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने सोमवार को बताया कि इस बार जून से सितंबर तक मानसून सामान्य से बेहतर रहेगा। मौसम विभाग (IMD) 104 से 110 फीसदी के बीच बारिश को सामान्य से बेहतर मानता है। यह फसलों के लिए अच्छा संकेत है। IMD ने बताया कि 2024 में 106% यानी 87 सेंटीमीटर बारिश हो सकती है। 4 महीने के मानसून सीजन के लिए लॉन्ग पीरियड एवरेज (LPA) 868.6 मिलीमीटर यानी 86.86 सेंटीमीटर होता है। यानी मानसून सीजन में कुल इतनी बारिश होनी चाहिए। पूरी खबर पढ़ें... 2. स्काईमेट का अनुमान- इस साल सामान्य मानसून, राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत 23 राज्यों में अच्छी बारिश होगी वेदर एजेंसी स्काईमेट ने मंगलवार 9 अप्रैल को बताया था कि इस बार मानसून सामान्य रहेगा। यानी जून से सितंबर तक 4 महीने में औसत या सामान्य बारिश होगी। मौसम विभाग (IMD) 96 से 104 फीसदी के बीच बारिश को औसत या सामान्य मानता है। यह फसलों के लिए अच्छा संकेत है। पूरी खबर पढ़ें... राज्यों में कैसा है मौसम का हाल अप्रैल में पहली बार एमपी में 20 दिन बारिश:आखिरी 2 दिन तेज गर्मी पड़ रही; ऐसा मौसम एक सप्ताह तक रहेगा अप्रैल के महीने में मध्यप्रदेश में तेज गर्मी पड़ने का ट्रेंड रहा है। ग्वालियर-चंबल समेत नौगांव, खजुराहो, रीवा, नरसिंहपुर, खंडवा, खरगोन में तो टेम्प्रेचर 44 डिग्री के पार पहुंच जाता है, लेकिन इस बार न सिर्फ बारिश हुई, बल्कि अप्रैल महीने में बारिश के रिकॉर्ड भी टूट गए। पहली बार 20 दिनों तक बारिश हुई। भोपाल में तो ओवरऑल बारिश का रिकॉर्ड भी टूट गया। बारिश से प्रदेश का 80% हिस्सा तक भीग गया। आखिरी 2 दिन आंधी-बारिश का कोई सिस्टम नहीं है, इसलिए तीखी गर्मी पड़ रही है। सोमवार को 22 शहरों में पारा 40 डिग्री के पार रहा। पूरी खबर पढ़ें... राजस्थान के 6 जिलों में बारिश का अलर्ट:अगले चार दिन मौसम साफ रहेगा, मई में भी तापमान कंट्रोल रहेगा राजस्थान में इस सीजन बैक टू बैक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस आने से अप्रैल महीने में तापमान कंट्रोल रहा। आज से अगले चार दिन मौसम साफ रहेगा, लेकिन तापमान में कोई खास बढ़ोतरी होने की उम्मीद नहीं है। मई का पहला सप्ताह भी गर्मी से राहत देने वाला रह सकता है, क्योंकि 4 मई को एक नया वेदर सिस्टम एक्टिव होने की उम्मीद है। इससे 6 जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है। पूरी खबर पढ़ें...