JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना का अश्लील वीडियो मामला:कर्नाटक सीएम सिद्धारमैया में विशेष जांच दल गठन का आदेश दिया; JDS नेता जर्मनी रवाना
JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना का अश्लील वीडियो मामला:कर्नाटक सीएम सिद्धारमैया में विशेष जांच दल गठन का आदेश दिया; JDS नेता जर्मनी रवाना
कर्नाटक की हसन लोकसभा सीट से सांसद और JDS उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े एक सेक्स स्कैंडल की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया जाएगा। शनिवार (27 अप्रैल) को राज्य के सीएम सिद्धारमैया ने इसके आदेश दिए हैं। प्रज्वल रेवन्ना JDS चीफ पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते हैं। कर्नाटक राज्य महिला आयोग ने 26 अप्रैल को सीएम से मामले की जांच के लिए विशेष दल बनाने की मांग की थी। कर्नाटक में लोकसभा चुनाव से ठीक दो दिन पहले सोशल मीडिया पर अश्लील वीडियो वायरल हुए हैं। सीएम ने एक्स पर लिखा, "सरकार ने प्रज्वल रेवन्ना अश्लील वीडियो मामले के संबंध में एक विशेष जांच दल बनाने का फैसला किया है। हसन जिले में अश्लील वीडियो क्लिप प्रसारित हो रहे हैं, जहां ऐसा प्रतीत होता है कि महिलाएं यौन शोषित हैं।'' इधर, प्रज्वल रेवन्ना शनिवार सुबह जर्मनी के लिए रवाना हो गए हैं। मामले में FIR की गई दर्ज
JDS और भाजपा दोनों के चुनाव एजेंट पूर्णचंद्र तेजस्वी एमजी ने अश्लील वीडियो-फोटो के इस मामले में पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कहा है कि नवीन गौड़ा और कई अन्य लोगों ने प्रज्वल रेवन्ना को बदनाम करने के लिए ये अश्लील वीडियो शेयर किए हैं। एफआईआर में कहा गया है, "नवीन गौड़ा और अन्य ने वीडियो और छवियों में छेड़छाड़ की और प्रज्वल रेवन्ना को बदनाम करने के लिए उन्हें हसन लोकसभा क्षेत्र में पेन ड्राइव, सीडी और व्हाट्सएप के माध्यम से अश्लील वीडियो और फोटो मतदाताओं के बीच शेयर किया। वे लोगों से प्रज्वल को वोट न देने के लिए कह रहे हैं।'' भाजपा के साथ गठबंधन में है JDS, डिप्टी सीएम ने पूछा था सवाल
कर्नाटक में JDS और भाजपा के बीच गठबंधन है। वीडियो सामने आने पर राज्य के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने केंद्र सरकार से इस मामले में जवाब मांगा। उन्होंने पूछा कि यौन उत्पीड़न के आरोप सिर्फ कुछ हासन नेता पर नहीं हैं। कर्नाटक भाजपा प्रमुख बीवाई विजयेंद्र और दूसरे नेताओं को इस पर जवाब देना चाहिए। शिवकुमार ने कहा कि मैंने उनकी (प्रज्वल रेवन्ना) रिपोर्ट पढ़ी है, जिसमें कहा गया है कि महिला आयोग उनकी छवि खराब करने की कोशिश कर रहा है। वहीं, जेडीएस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने शिवकुमार के अश्लील वीडियो मामले में शामिल होने की बात कही है। इस पर डिप्टी सीएम ने कहा कि कुमारस्वामी को मेरा नाम लेने दीजिए। मैं उन्हें बेनकाब कर दूंगा। क्या वे इस तरह की बात करके महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न को उचित ठहरा रहे हैं। यह खबर भी पढ़ें... सिद्धारमैया बोले-मंत्रियों के बच्चों को टिकट देना वंशवाद नहीं: कर्नाटक कांग्रेस ने नेताओं के 12 रिश्तेदारों को उम्मीदवार बनाया कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने रविवार (24 मार्च) को मैसूर में कहा कि मंत्रियों के बच्चों और रिश्तेदारों को टिकट देना 'वंशवाद की राजनीति' नहीं है। हमने उन लोगों को टिकट दिए, जिनकी सिफारिश क्षेत्र के लोगों ने की थी। यह वंशवादी राजनीति नहीं, बल्कि जनता की सिफारिश को स्वीकार करना है। पूरी खबर पढ़ें कर्नाटक में सूखे से निपटने के लिए केंद्र फंड देगा:चुनाव आयोग ने मंजूरी दी; सिद्धारमैया बोले- मामले में दखल के लिए SC का शुक्रिया कर्नाटक में सूखे से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने फंड देने का ऐलान किया है। देश में आम चुनाव चल रहे हैं और आचार संहिता लगी हुई है। ऐसे में सरकार कोई ऐलान, घोषणा या फैसला नहीं ले सकती। लिहाजा कर्नाटक को फंडिंग के लिए चुनाव आयोग (EC) ने केंद्र को क्लीयरेंस दिया। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप करने के लिए शुक्रिया जताया। पूरी खबर पढ़ें
कर्नाटक की हसन लोकसभा सीट से सांसद और JDS उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े एक सेक्स स्कैंडल की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया जाएगा। शनिवार (27 अप्रैल) को राज्य के सीएम सिद्धारमैया ने इसके आदेश दिए हैं। प्रज्वल रेवन्ना JDS चीफ पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते हैं। कर्नाटक राज्य महिला आयोग ने 26 अप्रैल को सीएम से मामले की जांच के लिए विशेष दल बनाने की मांग की थी। कर्नाटक में लोकसभा चुनाव से ठीक दो दिन पहले सोशल मीडिया पर अश्लील वीडियो वायरल हुए हैं। सीएम ने एक्स पर लिखा, "सरकार ने प्रज्वल रेवन्ना अश्लील वीडियो मामले के संबंध में एक विशेष जांच दल बनाने का फैसला किया है। हसन जिले में अश्लील वीडियो क्लिप प्रसारित हो रहे हैं, जहां ऐसा प्रतीत होता है कि महिलाएं यौन शोषित हैं।'' इधर, प्रज्वल रेवन्ना शनिवार सुबह जर्मनी के लिए रवाना हो गए हैं। मामले में FIR की गई दर्ज
JDS और भाजपा दोनों के चुनाव एजेंट पूर्णचंद्र तेजस्वी एमजी ने अश्लील वीडियो-फोटो के इस मामले में पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कहा है कि नवीन गौड़ा और कई अन्य लोगों ने प्रज्वल रेवन्ना को बदनाम करने के लिए ये अश्लील वीडियो शेयर किए हैं। एफआईआर में कहा गया है, "नवीन गौड़ा और अन्य ने वीडियो और छवियों में छेड़छाड़ की और प्रज्वल रेवन्ना को बदनाम करने के लिए उन्हें हसन लोकसभा क्षेत्र में पेन ड्राइव, सीडी और व्हाट्सएप के माध्यम से अश्लील वीडियो और फोटो मतदाताओं के बीच शेयर किया। वे लोगों से प्रज्वल को वोट न देने के लिए कह रहे हैं।'' भाजपा के साथ गठबंधन में है JDS, डिप्टी सीएम ने पूछा था सवाल
कर्नाटक में JDS और भाजपा के बीच गठबंधन है। वीडियो सामने आने पर राज्य के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने केंद्र सरकार से इस मामले में जवाब मांगा। उन्होंने पूछा कि यौन उत्पीड़न के आरोप सिर्फ कुछ हासन नेता पर नहीं हैं। कर्नाटक भाजपा प्रमुख बीवाई विजयेंद्र और दूसरे नेताओं को इस पर जवाब देना चाहिए। शिवकुमार ने कहा कि मैंने उनकी (प्रज्वल रेवन्ना) रिपोर्ट पढ़ी है, जिसमें कहा गया है कि महिला आयोग उनकी छवि खराब करने की कोशिश कर रहा है। वहीं, जेडीएस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने शिवकुमार के अश्लील वीडियो मामले में शामिल होने की बात कही है। इस पर डिप्टी सीएम ने कहा कि कुमारस्वामी को मेरा नाम लेने दीजिए। मैं उन्हें बेनकाब कर दूंगा। क्या वे इस तरह की बात करके महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न को उचित ठहरा रहे हैं। यह खबर भी पढ़ें... सिद्धारमैया बोले-मंत्रियों के बच्चों को टिकट देना वंशवाद नहीं: कर्नाटक कांग्रेस ने नेताओं के 12 रिश्तेदारों को उम्मीदवार बनाया कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने रविवार (24 मार्च) को मैसूर में कहा कि मंत्रियों के बच्चों और रिश्तेदारों को टिकट देना 'वंशवाद की राजनीति' नहीं है। हमने उन लोगों को टिकट दिए, जिनकी सिफारिश क्षेत्र के लोगों ने की थी। यह वंशवादी राजनीति नहीं, बल्कि जनता की सिफारिश को स्वीकार करना है। पूरी खबर पढ़ें कर्नाटक में सूखे से निपटने के लिए केंद्र फंड देगा:चुनाव आयोग ने मंजूरी दी; सिद्धारमैया बोले- मामले में दखल के लिए SC का शुक्रिया कर्नाटक में सूखे से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने फंड देने का ऐलान किया है। देश में आम चुनाव चल रहे हैं और आचार संहिता लगी हुई है। ऐसे में सरकार कोई ऐलान, घोषणा या फैसला नहीं ले सकती। लिहाजा कर्नाटक को फंडिंग के लिए चुनाव आयोग (EC) ने केंद्र को क्लीयरेंस दिया। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप करने के लिए शुक्रिया जताया। पूरी खबर पढ़ें