गुजरात, हैदराबाद और महाराष्ट्र में बन रहे सोने के बिस्किट, खेरवाड़ा के रास्ते उदयपुर-जयपुर तक भी देने आ रहे हैंडलर

त्याेहारी, शादी-ब्याह और चुनावी सीजन में ‎बाॅर्डर व‎ अंतरराज्यीय नाकाबंदी में आए दिन मादक ‎पदार्थाें के साथ साेना-चांदी भी पुलिस पकड़ रही है। प्रदेश में आचार संहिता में सबसे ज्यादा सोना-चांदी 11 करोड़ का जोधपुर तो 9.72 करोड़ का पाली में जब्त किया। इसके बाद उदयपुर पुलिस ने 6.92 करोड़ कीमत का सोना-चांदी जब्त किया है, इसमें शनिवार को ही सुखेर पुलिस ने 33 किलो चांदी जब्त कर आरोपी को गिरफ्तार किया। इससे पहले खेरवाड़ा पुलिस ने‎ भी करोड़ों रुपए का गाेल्ड जब्त कर करीब 5 आराेपियाें काे पकड़ा था। भास्कर रिपोर्टर ने सप्लायर से बात की तो उसने बताया कि दुबई से वाया मुंबई-अहमदाबाद से राजस्थान ‎तक गाेल्ड तस्करी लंबे समय से चल रही है। ‎ऐसे गाेल्ड की कीमत में प्रति किलाे 4 से 5‎ लाख रुपए का अंतर रहता है। इस कारण‎ नामी ज्वेलर हैंडलर से बिना बिल के गाेल्ड ‎की तस्करी करवाकर मंगाते हैं। इसके बदले‎ तस्करी में लिप्त ज्वेलर गुर्गाें काे प्रति किलाे‎ 40 से 50 हजार रुपए कमीशन देते हैं।‎ कमीशन के फेर में ज्वेलर के हैंडलर कार-बस‎, रेल में सवार हाेकर अहमदाबाद से खेरवाड़ा और अंदरूनी रास्तों से होकर उदयपुर-जयपुर तक ‎तस्करी का रैकेट चलाते हैं। तस्करी के इस ‎खेल में उदयपुर भी बड़ा हब बन गया हैं। सप्लायर बोला- फायदे के लालच में तस्कर सरकार और जनता को पहुंचा रहे नुकसान कार्रवाई महज ये ऐसे केस में पुलिस बिना बिल का गाेल्ड‎ सीआरपीसी 102 में जब्त कर आराेपियाें ‎काे सीआरपीसी 151 में गिरफ्तार करती‎ है। इनकम टैक्स व जीएसटी काे सूचना ‎देकर मामले काे हैंडओवर करते हैं। जब्त‎ साेना-चांदी थाने के मालखाने में जमा ‎हाेता है। ‎ खेरवाड़ा पुलिस ने अब तक एक कराेड़ का साेना पकड़ा, 5 आराेपी पकड़े केस 1- लोकसभा चुनाव के मद्देनजर खेरवाड़ा थानाधिकारी दिलीप सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने एनएच 48 पर नाकाबंदी के दाैरान अहमदाबाद की तरफ से आ रही एक कार में सवार दाे युवकाें से 542 ग्राम सोने के बिस्किट जब्त किए। इसकी बाजार कीमत करीब 40 लाख रुपए बताई। आरोपी मगन पुत्र अमरा पटेल निवासी कटेवड़ी व राहुल पुत्र नाथूलाल पटेल निवासी छाणी को डिटेन किया। केस 2- खेरवाड़ा पुलिस ने 2 अप्रैल को भी अहमदाबाद से खेरवाड़ा आ रहे कार सवार तीन युवकों से 40 लाख के 545 ग्राम सोने के बिस्किट और 65 हजार रुपए की नकदी जब्त की थी। मामले में आरोपी महेश पुत्र‎ मीठालाल पटेल निवासी वागपुर‎ खेरवाड़ा, हरीश पुत्र रतनलाल ‎पटेल निवासी वागपुर व बड़ा‎ कारछा निवासी शंकर पुत्र थावरा‎ सालवी को डिटेन किया। नाम नहीं छापने की शर्त पर सप्लायर ने बताया कि कस्टम से छिपाकर अरब देशाें से चाेरी‎ छिपे कच्चा साेना समुद्री ‎एवं हवाई मार्ग से लाकर गुजरात, हैदराबाद और महाराष्ट्र के प्रमुख शहराें से लाकर िबस्किट बनवाकर देशभर के बड़े शहराें में पहुंचाया जाता है।‎ सस्ता साेना मिलने से ज्वैलर्स वहीं से ‎मशीन वाले जेवर बनवाकर दलाल (आंगड़ियों) की मदद से मंगवा लेते हैं।‎ आंगड़िए प्रति ग्राम सोने पर 400 से 500 रु.‎ का कमीशन लेते हैं।‎ बिना बिल का साेना छाेटे‎ ज्वेलर तक पहुंचता है।‎ छाेटे काराेबारी ग्राहकाें काे एचयूआईडी के बिना जेवर बेच देते हैं।‎ वे जीएसटी से बचने बिना बिल का कम क्वालिटी का साेना खरीद ‎लेते हैं।

गुजरात, हैदराबाद और महाराष्ट्र में बन रहे सोने के बिस्किट, खेरवाड़ा के रास्ते उदयपुर-जयपुर तक भी देने आ रहे हैंडलर
त्याेहारी, शादी-ब्याह और चुनावी सीजन में ‎बाॅर्डर व‎ अंतरराज्यीय नाकाबंदी में आए दिन मादक ‎पदार्थाें के साथ साेना-चांदी भी पुलिस पकड़ रही है। प्रदेश में आचार संहिता में सबसे ज्यादा सोना-चांदी 11 करोड़ का जोधपुर तो 9.72 करोड़ का पाली में जब्त किया। इसके बाद उदयपुर पुलिस ने 6.92 करोड़ कीमत का सोना-चांदी जब्त किया है, इसमें शनिवार को ही सुखेर पुलिस ने 33 किलो चांदी जब्त कर आरोपी को गिरफ्तार किया। इससे पहले खेरवाड़ा पुलिस ने‎ भी करोड़ों रुपए का गाेल्ड जब्त कर करीब 5 आराेपियाें काे पकड़ा था। भास्कर रिपोर्टर ने सप्लायर से बात की तो उसने बताया कि दुबई से वाया मुंबई-अहमदाबाद से राजस्थान ‎तक गाेल्ड तस्करी लंबे समय से चल रही है। ‎ऐसे गाेल्ड की कीमत में प्रति किलाे 4 से 5‎ लाख रुपए का अंतर रहता है। इस कारण‎ नामी ज्वेलर हैंडलर से बिना बिल के गाेल्ड ‎की तस्करी करवाकर मंगाते हैं। इसके बदले‎ तस्करी में लिप्त ज्वेलर गुर्गाें काे प्रति किलाे‎ 40 से 50 हजार रुपए कमीशन देते हैं।‎ कमीशन के फेर में ज्वेलर के हैंडलर कार-बस‎, रेल में सवार हाेकर अहमदाबाद से खेरवाड़ा और अंदरूनी रास्तों से होकर उदयपुर-जयपुर तक ‎तस्करी का रैकेट चलाते हैं। तस्करी के इस ‎खेल में उदयपुर भी बड़ा हब बन गया हैं। सप्लायर बोला- फायदे के लालच में तस्कर सरकार और जनता को पहुंचा रहे नुकसान कार्रवाई महज ये ऐसे केस में पुलिस बिना बिल का गाेल्ड‎ सीआरपीसी 102 में जब्त कर आराेपियाें ‎काे सीआरपीसी 151 में गिरफ्तार करती‎ है। इनकम टैक्स व जीएसटी काे सूचना ‎देकर मामले काे हैंडओवर करते हैं। जब्त‎ साेना-चांदी थाने के मालखाने में जमा ‎हाेता है। ‎ खेरवाड़ा पुलिस ने अब तक एक कराेड़ का साेना पकड़ा, 5 आराेपी पकड़े केस 1- लोकसभा चुनाव के मद्देनजर खेरवाड़ा थानाधिकारी दिलीप सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने एनएच 48 पर नाकाबंदी के दाैरान अहमदाबाद की तरफ से आ रही एक कार में सवार दाे युवकाें से 542 ग्राम सोने के बिस्किट जब्त किए। इसकी बाजार कीमत करीब 40 लाख रुपए बताई। आरोपी मगन पुत्र अमरा पटेल निवासी कटेवड़ी व राहुल पुत्र नाथूलाल पटेल निवासी छाणी को डिटेन किया। केस 2- खेरवाड़ा पुलिस ने 2 अप्रैल को भी अहमदाबाद से खेरवाड़ा आ रहे कार सवार तीन युवकों से 40 लाख के 545 ग्राम सोने के बिस्किट और 65 हजार रुपए की नकदी जब्त की थी। मामले में आरोपी महेश पुत्र‎ मीठालाल पटेल निवासी वागपुर‎ खेरवाड़ा, हरीश पुत्र रतनलाल ‎पटेल निवासी वागपुर व बड़ा‎ कारछा निवासी शंकर पुत्र थावरा‎ सालवी को डिटेन किया। नाम नहीं छापने की शर्त पर सप्लायर ने बताया कि कस्टम से छिपाकर अरब देशाें से चाेरी‎ छिपे कच्चा साेना समुद्री ‎एवं हवाई मार्ग से लाकर गुजरात, हैदराबाद और महाराष्ट्र के प्रमुख शहराें से लाकर िबस्किट बनवाकर देशभर के बड़े शहराें में पहुंचाया जाता है।‎ सस्ता साेना मिलने से ज्वैलर्स वहीं से ‎मशीन वाले जेवर बनवाकर दलाल (आंगड़ियों) की मदद से मंगवा लेते हैं।‎ आंगड़िए प्रति ग्राम सोने पर 400 से 500 रु.‎ का कमीशन लेते हैं।‎ बिना बिल का साेना छाेटे‎ ज्वेलर तक पहुंचता है।‎ छाेटे काराेबारी ग्राहकाें काे एचयूआईडी के बिना जेवर बेच देते हैं।‎ वे जीएसटी से बचने बिना बिल का कम क्वालिटी का साेना खरीद ‎लेते हैं।