मणिपुर में NH पर मौजूद ब्रिज पर विस्फोट:राज्य को असम और नागालैंड से जोड़ता है; अधिकारी बोले- सुरक्षाबलों को रोकने की साजिश

लोकसभा चुनाव के बीच मणिपुर में हिंसा लगातार जारी है। बुधवार रात करीब 1 बजे नेशनल हाईवे 2 पर मौजूद एक प्रमुख ब्रिज पर बम विस्फोट किए गए। इसके कारण ब्रिज पर बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं। 26 अप्रैल को मणिपुर की आउटर लोकसभा सीट पर दूसरे चरण की वोटिंग होनी है। राजधानी इम्फाल से 45 किमी दूर कांगपोकपी जिले में आने वाला यह ब्रिज मणिपुर को असम और नागालैंड के शहरों को जोड़ता है। पुलिस ने फिलहाल ब्रिज पर ट्रैफिक रोक दिया गया है। इंजीनियर ब्रिज को हुए नुकसान की जांच कर रहे हैं। इसके बाद ही ट्रैफिक चालू किया जाएगा। 150 से ज्यादा ट्रक हाईवे पर फंसे हुए हैं।फिलहाल हमले की जिम्मेदारी किसी संगठन ने नहीं ली है। पुल पर हमले के बाद की दो तस्वीरें... सुरक्षाबलों को रोकने के लिए पुल क्षतिग्रस्त किया गया एक अधिकारी ने पहचान छुपाने की शर्त पर बताया कि सुरक्षाबलों को क्षेत्र में एंट्री नहीं मिल सके इसलिए पुल क्षतिग्रस्त किया गया। अब आवश्यक वस्तुओं का भी परिवहन नहीं हो पा रहा है। सुरक्षाबलों ने कुकी बहुल जिले में पुल के आस-पास मौजूद गांवों में तलाशी अभियान चलाया है। कांगपोकपी से करीब 22 किमी दूर पड़ोसी सेकमाई की तलहटी में पिछले दो दिनों से सुरक्षाबलों के बीच गोलीबारी चल रही थी। हाईवे पर पहले भी किए गए कई हमले नेशनल हाईवे 37 पर 17 अप्रैल को सिविलियन फ्यूल टैंकरों पर हमला किया गया था। इसकी जिम्मेदारी विद्रोही समूह यूनाइटेड कुकी नेशनल आर्मी (UKNA) ने ली थी। इम्फाल को असम के सिलचर से जोड़ने वाले नेशनल हाईवे पर हुए हमले में एक ट्रक चालक घायल हो गया और टैंकरों से गैस और तेल का रिसाव हुआ था। कुकी-मैतई ने एक-दूसरे पर लगाया विस्फोट का आरोप कुकी छात्र संगठन सदर हिल्स (KSO-SH) ने एक बयान में पुल पर बमबारी की निंदा की, जो सापरमीना से दक्षिणी कुकी क्षेत्रों को कांगपोकपी से जोड़ता है। संगठने ने बयान जारी कर कहा है कि हमें पूरा विश्वास है कि निर्दोष कुकी लोगों को परेशान करने के लिए मैतेई समूह के कहने पर भाड़े के लोगों ने ब्रिज पर विस्फोट किया। हम उन सभी व्यक्तियों को सावधान करते है जो कुकी एरिया के अंदर और बाहर खुले में है। अगर कोई साथी पाया जाता है तो कुकी क्षेत्र में फ्री पैसेज के अधिकार पर फिर से विचार किया जाएगा। वहीं, घाटी स्थित मैतेई नागरिक समाज समूहों की एक छत्र संस्था मणिपुर इंटीग्रिटी पर समन्वय समिति (COCOMI) ने आरोप लगाया कि बम विस्फोट कुकी उग्रवादियों का काम है। इस घटना की जांच NIA को करना चाहिए। COCOMI ने बयान में कहा कि यह महत्वपूर्ण रास्ता भारत और म्यांमार को जोड़ता है और 35 लाख स्थानीय आबादी की जीवन रेखा है। पूरे दक्षिण पूर्व एशिया में व्यापार और कनेक्टिविटी के लिए भी काम करता है। यह खबर भी पढ़ें... मणिपुर में कुकी और मैतेई गुट के बीच फायरिंग: 19 अप्रैल के बाद राज्य में पहली बड़ी घटना, किसी के हताहत होने की खबर नहीं मणिपुर के लुवांगसनोल सेकमाई में मंगलवार को कुकी और मैतेई गुट के बीच गोलीबारी हुई। 19 अप्रैल को पहले फेज के लोकसभा चुनाव के दौरान इनर मणिपुर लोकसभा सीट पर हुई फायरिंग के बाद ये मणिपुर में फायरिंग की पहली घटना है। फिलहाल किसी की जान जाने की खबर नहीं है। हालांकि, गोलीबारी की वजह से आसपास के गांवों के लोग परेशान नजर आए। पूरी खबर पढ़ें इनर मणिपुर लोकसभा सीट के 11 बूथों पर दोबारा वोटिंग: 81.6% मतदान; 19 अप्रैल को यहां फायरिंग और तोड़फोड़ हुई थी मणिपुर इनर लोकसभा सीट के 11 बूथ पर सोमवार (22 अप्रैल) को दोबारा वोटिंग हुई। 19 अप्रैल को फर्स्ट फेज में वोटिंग के दौरान यहां फायरिंग और तोड़फोड़ की घटनाएं हुई थीं। इसमें तीन लोग घायल हुए थे। EVM तोड़ी गई थीं। 20 अप्रैल को चुनाव आयोग ने यहां दोबारा वोटिंग कराने के आदेश जारी किए थे। पूरी खबर पढ़ें

मणिपुर में NH पर मौजूद ब्रिज पर विस्फोट:राज्य को असम और नागालैंड से जोड़ता है; अधिकारी बोले- सुरक्षाबलों को रोकने की साजिश
लोकसभा चुनाव के बीच मणिपुर में हिंसा लगातार जारी है। बुधवार रात करीब 1 बजे नेशनल हाईवे 2 पर मौजूद एक प्रमुख ब्रिज पर बम विस्फोट किए गए। इसके कारण ब्रिज पर बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं। 26 अप्रैल को मणिपुर की आउटर लोकसभा सीट पर दूसरे चरण की वोटिंग होनी है। राजधानी इम्फाल से 45 किमी दूर कांगपोकपी जिले में आने वाला यह ब्रिज मणिपुर को असम और नागालैंड के शहरों को जोड़ता है। पुलिस ने फिलहाल ब्रिज पर ट्रैफिक रोक दिया गया है। इंजीनियर ब्रिज को हुए नुकसान की जांच कर रहे हैं। इसके बाद ही ट्रैफिक चालू किया जाएगा। 150 से ज्यादा ट्रक हाईवे पर फंसे हुए हैं।फिलहाल हमले की जिम्मेदारी किसी संगठन ने नहीं ली है। पुल पर हमले के बाद की दो तस्वीरें... सुरक्षाबलों को रोकने के लिए पुल क्षतिग्रस्त किया गया एक अधिकारी ने पहचान छुपाने की शर्त पर बताया कि सुरक्षाबलों को क्षेत्र में एंट्री नहीं मिल सके इसलिए पुल क्षतिग्रस्त किया गया। अब आवश्यक वस्तुओं का भी परिवहन नहीं हो पा रहा है। सुरक्षाबलों ने कुकी बहुल जिले में पुल के आस-पास मौजूद गांवों में तलाशी अभियान चलाया है। कांगपोकपी से करीब 22 किमी दूर पड़ोसी सेकमाई की तलहटी में पिछले दो दिनों से सुरक्षाबलों के बीच गोलीबारी चल रही थी। हाईवे पर पहले भी किए गए कई हमले नेशनल हाईवे 37 पर 17 अप्रैल को सिविलियन फ्यूल टैंकरों पर हमला किया गया था। इसकी जिम्मेदारी विद्रोही समूह यूनाइटेड कुकी नेशनल आर्मी (UKNA) ने ली थी। इम्फाल को असम के सिलचर से जोड़ने वाले नेशनल हाईवे पर हुए हमले में एक ट्रक चालक घायल हो गया और टैंकरों से गैस और तेल का रिसाव हुआ था। कुकी-मैतई ने एक-दूसरे पर लगाया विस्फोट का आरोप कुकी छात्र संगठन सदर हिल्स (KSO-SH) ने एक बयान में पुल पर बमबारी की निंदा की, जो सापरमीना से दक्षिणी कुकी क्षेत्रों को कांगपोकपी से जोड़ता है। संगठने ने बयान जारी कर कहा है कि हमें पूरा विश्वास है कि निर्दोष कुकी लोगों को परेशान करने के लिए मैतेई समूह के कहने पर भाड़े के लोगों ने ब्रिज पर विस्फोट किया। हम उन सभी व्यक्तियों को सावधान करते है जो कुकी एरिया के अंदर और बाहर खुले में है। अगर कोई साथी पाया जाता है तो कुकी क्षेत्र में फ्री पैसेज के अधिकार पर फिर से विचार किया जाएगा। वहीं, घाटी स्थित मैतेई नागरिक समाज समूहों की एक छत्र संस्था मणिपुर इंटीग्रिटी पर समन्वय समिति (COCOMI) ने आरोप लगाया कि बम विस्फोट कुकी उग्रवादियों का काम है। इस घटना की जांच NIA को करना चाहिए। COCOMI ने बयान में कहा कि यह महत्वपूर्ण रास्ता भारत और म्यांमार को जोड़ता है और 35 लाख स्थानीय आबादी की जीवन रेखा है। पूरे दक्षिण पूर्व एशिया में व्यापार और कनेक्टिविटी के लिए भी काम करता है। यह खबर भी पढ़ें... मणिपुर में कुकी और मैतेई गुट के बीच फायरिंग: 19 अप्रैल के बाद राज्य में पहली बड़ी घटना, किसी के हताहत होने की खबर नहीं मणिपुर के लुवांगसनोल सेकमाई में मंगलवार को कुकी और मैतेई गुट के बीच गोलीबारी हुई। 19 अप्रैल को पहले फेज के लोकसभा चुनाव के दौरान इनर मणिपुर लोकसभा सीट पर हुई फायरिंग के बाद ये मणिपुर में फायरिंग की पहली घटना है। फिलहाल किसी की जान जाने की खबर नहीं है। हालांकि, गोलीबारी की वजह से आसपास के गांवों के लोग परेशान नजर आए। पूरी खबर पढ़ें इनर मणिपुर लोकसभा सीट के 11 बूथों पर दोबारा वोटिंग: 81.6% मतदान; 19 अप्रैल को यहां फायरिंग और तोड़फोड़ हुई थी मणिपुर इनर लोकसभा सीट के 11 बूथ पर सोमवार (22 अप्रैल) को दोबारा वोटिंग हुई। 19 अप्रैल को फर्स्ट फेज में वोटिंग के दौरान यहां फायरिंग और तोड़फोड़ की घटनाएं हुई थीं। इसमें तीन लोग घायल हुए थे। EVM तोड़ी गई थीं। 20 अप्रैल को चुनाव आयोग ने यहां दोबारा वोटिंग कराने के आदेश जारी किए थे। पूरी खबर पढ़ें