अंबाला में आज राफेल में उड़ान भरेंगी राष्ट्रपति मुर्मू:विशेष विमान से एयरफोर्स स्टेशन पहुंचेंगी, 3 घंटे रुकेंगी; इलाका नो ड्रोन जोन घोषित किया

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बुधवार को ऐतिहासिक पल की गवाह बनेंगी। एक तो वह पहली बार अंबाला एयरफोर्स स्टेशन का दौरा करेंगी। दूसरा वह पहली बार लड़ाकू विमान राफेल में उड़ान भरेंगी। इस कार्यक्रम को लेकर वायुसेना और स्थानीय प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। एयरफोर्स स्टेशन के आसपास के इलाके को नो ड्रोन जोन घोषित किया गया है। सुरक्षा व्यवस्था व अन्य इंतजामों को लेकर मंगलवार को भी रिहर्सल की गई। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बुधवार सुबह लगभग 8 बजे दिल्ली से अपने विशेष विमान से अंबाला के लिए रवाना होंगी। करीब एक घंटे की उड़ान के बाद उनका विमान अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर उतरेगा। यहां उनका स्वागत भारतीय वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारियों और हरियाणा प्रशासन के पदाधिकारियों द्वारा किया जाएगा। जैसे ही राष्ट्रपति एयरफोर्स बेस पर पहुंचेंगी, उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। इसके बाद वह अधिकारियों से औपचारिक रूप से मुलाकात करेंगी और एयरफोर्स स्टेशन की विभिन्न यूनिट्स का निरीक्षण भी करेंगी। राफेल स्क्वॉड्रन से होगी मुलाकात अंबाला एयरफोर्स स्टेशन को देश की राफेल स्क्वॉड्रन का मुख्य बेस होने का गौरव प्राप्त है। ऐसे में राष्ट्रपति का यह दौरा और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रपति राफेल विमान की तकनीक, परिचालन प्रणाली और सुरक्षा रणनीति से जुड़ी जानकारी अधिकारियों से लेंगी। साथ ही राष्ट्रपति मुर्मू को राफेल विमान के जरिए अंबाला एयरोस्पेस का एक चक्कर भी लगाएंगी। अधिकारियों को करेंगी संबोधित कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भारतीय वायुसेना के अधिकारियों और जवानों को संबोधित करेंगी। उनके भाषण में रक्षा क्षमताओं, महिला सशक्तीकरण और देश की सुरक्षा नीति से जुड़े मुद्दों पर बात हो सकती है। राष्ट्रपति ने अपने कार्यकाल में रक्षा बलों से जुड़ी हर गतिविधि में विशेष रुचि दिखाई है, और यह दौरा भी उसी दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। सख्त रहेगी सुरक्षा व्यवस्था राष्ट्रपति के कार्यक्रम को देखते हुए अंबाला प्रशासन और एयरफोर्स ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है। एयरफोर्स स्टेशन के आसपास नो ड्रोन जोन घोषित किया गया है। मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं होगी। केवल अधिकृत व्यक्तियों को ही एयरफोर्स स्टेशन में प्रवेश दिया जाएगा। अंबाला के एसपी और जिला प्रशासन के अधिकारी लगातार निगरानी में जुटे हैं। एसपी अजीत सिंह शेखावत ने बताया कि सुरक्षा के लिए हर एरिया में पुलिस, एसपीजी और एयरफोर्स की टीमें तैनात की गई हैं। सूत्रों के अनुसार, हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज भी इस कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। दोपहर 12 बजे तक खत्म होगा कार्यक्रम कार्यक्रम दोपहर 12 बजे तक चलेगा। इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दिल्ली के लिए रवाना होंगी। राष्ट्रपति का यह दौरा न केवल हरियाणा, बल्कि पूरे देश के लिए गौरव का विषय माना जा रहा है, क्योंकि यह पहली बार है जब कोई राष्ट्रपति अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर राफेल स्क्वॉड्रन का प्रत्यक्ष निरीक्षण करने जा रहा है। 27 जुलाई 2020 को सबसे पहले अंबाला पहुंचे थे राफेल भारत ने राफेल लड़ाकू विमान फ्रांस से खरीदे हैं। सबसे पहली खेप पहली बार 27 जुलाई 2020 को मिली थी। तब 5 राफेल सबसे पहले अंबाला एयरबेस (हरियाणा) पहुंचे थे। फ्रांस के मेरिग्नैक एयरबेस से उड़ान भरकर, संयुक्त अरब अमीरात के अल दफरा एयरबेस पर रुके और फिर भारत पहुंचे। 10 सितंबर 2020 को अंबाला एयरबेस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली की उपस्थिति में औपचारिक इंडक्शन सेरेमनी हुई थी। इन विमानों को भारतीय वायुसेना की 17वीं स्क्वॉड्रन “Golden Arrows” में शामिल किया गया था। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी राफेल की उड़ान भर चुके हैं।

अंबाला में आज राफेल में उड़ान भरेंगी राष्ट्रपति मुर्मू:विशेष विमान से एयरफोर्स स्टेशन पहुंचेंगी, 3 घंटे रुकेंगी; इलाका नो ड्रोन जोन घोषित किया
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बुधवार को ऐतिहासिक पल की गवाह बनेंगी। एक तो वह पहली बार अंबाला एयरफोर्स स्टेशन का दौरा करेंगी। दूसरा वह पहली बार लड़ाकू विमान राफेल में उड़ान भरेंगी। इस कार्यक्रम को लेकर वायुसेना और स्थानीय प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। एयरफोर्स स्टेशन के आसपास के इलाके को नो ड्रोन जोन घोषित किया गया है। सुरक्षा व्यवस्था व अन्य इंतजामों को लेकर मंगलवार को भी रिहर्सल की गई। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बुधवार सुबह लगभग 8 बजे दिल्ली से अपने विशेष विमान से अंबाला के लिए रवाना होंगी। करीब एक घंटे की उड़ान के बाद उनका विमान अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर उतरेगा। यहां उनका स्वागत भारतीय वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारियों और हरियाणा प्रशासन के पदाधिकारियों द्वारा किया जाएगा। जैसे ही राष्ट्रपति एयरफोर्स बेस पर पहुंचेंगी, उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। इसके बाद वह अधिकारियों से औपचारिक रूप से मुलाकात करेंगी और एयरफोर्स स्टेशन की विभिन्न यूनिट्स का निरीक्षण भी करेंगी। राफेल स्क्वॉड्रन से होगी मुलाकात अंबाला एयरफोर्स स्टेशन को देश की राफेल स्क्वॉड्रन का मुख्य बेस होने का गौरव प्राप्त है। ऐसे में राष्ट्रपति का यह दौरा और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रपति राफेल विमान की तकनीक, परिचालन प्रणाली और सुरक्षा रणनीति से जुड़ी जानकारी अधिकारियों से लेंगी। साथ ही राष्ट्रपति मुर्मू को राफेल विमान के जरिए अंबाला एयरोस्पेस का एक चक्कर भी लगाएंगी। अधिकारियों को करेंगी संबोधित कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भारतीय वायुसेना के अधिकारियों और जवानों को संबोधित करेंगी। उनके भाषण में रक्षा क्षमताओं, महिला सशक्तीकरण और देश की सुरक्षा नीति से जुड़े मुद्दों पर बात हो सकती है। राष्ट्रपति ने अपने कार्यकाल में रक्षा बलों से जुड़ी हर गतिविधि में विशेष रुचि दिखाई है, और यह दौरा भी उसी दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। सख्त रहेगी सुरक्षा व्यवस्था राष्ट्रपति के कार्यक्रम को देखते हुए अंबाला प्रशासन और एयरफोर्स ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है। एयरफोर्स स्टेशन के आसपास नो ड्रोन जोन घोषित किया गया है। मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं होगी। केवल अधिकृत व्यक्तियों को ही एयरफोर्स स्टेशन में प्रवेश दिया जाएगा। अंबाला के एसपी और जिला प्रशासन के अधिकारी लगातार निगरानी में जुटे हैं। एसपी अजीत सिंह शेखावत ने बताया कि सुरक्षा के लिए हर एरिया में पुलिस, एसपीजी और एयरफोर्स की टीमें तैनात की गई हैं। सूत्रों के अनुसार, हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज भी इस कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। दोपहर 12 बजे तक खत्म होगा कार्यक्रम कार्यक्रम दोपहर 12 बजे तक चलेगा। इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दिल्ली के लिए रवाना होंगी। राष्ट्रपति का यह दौरा न केवल हरियाणा, बल्कि पूरे देश के लिए गौरव का विषय माना जा रहा है, क्योंकि यह पहली बार है जब कोई राष्ट्रपति अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर राफेल स्क्वॉड्रन का प्रत्यक्ष निरीक्षण करने जा रहा है। 27 जुलाई 2020 को सबसे पहले अंबाला पहुंचे थे राफेल भारत ने राफेल लड़ाकू विमान फ्रांस से खरीदे हैं। सबसे पहली खेप पहली बार 27 जुलाई 2020 को मिली थी। तब 5 राफेल सबसे पहले अंबाला एयरबेस (हरियाणा) पहुंचे थे। फ्रांस के मेरिग्नैक एयरबेस से उड़ान भरकर, संयुक्त अरब अमीरात के अल दफरा एयरबेस पर रुके और फिर भारत पहुंचे। 10 सितंबर 2020 को अंबाला एयरबेस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली की उपस्थिति में औपचारिक इंडक्शन सेरेमनी हुई थी। इन विमानों को भारतीय वायुसेना की 17वीं स्क्वॉड्रन “Golden Arrows” में शामिल किया गया था। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी राफेल की उड़ान भर चुके हैं।