हेमा मालिनी बोलीं- मोदी-शाह का कॉम्बिनेशन जय-वीरू जैसा:गब्बर कौन हैं... ये अभी छोड़िए; मथुरा की बारी भी आएगी
हेमा मालिनी बोलीं- मोदी-शाह का कॉम्बिनेशन जय-वीरू जैसा:गब्बर कौन हैं... ये अभी छोड़िए; मथुरा की बारी भी आएगी
हेमा मालिनी किसी नाम की मोहताज नहीं हैं, लेकिन मथुरा से तीसरी बार सांसद बनने के लिए जी-जान से जुटी हुई हैं। मथुरा-वृंदावन में 2 दिन से धूप में रोड-शो कर रही हैं। कार्यकर्ताओं के साथ लंबी मीटिंग्स कर रही हैं। इस सबके बीच वह डेकोरम सेलिब्रिटी का ही रखती हैं, मगर कनेक्शन दिल का बताती हैं। दैनिक भास्कर से हेमा मालिनी ने कहा- अयोध्या, काशी के बाद मथुरा की भी बारी जरूर आएगी। हम ही वृंदावन कॉरिडोर बनवाएंगे। राजनीति में जय-वीरू की जोड़ी कौन सी है? इस पर कहती हैं- मोदी और अमित शाह कॉम्बिनेशन में अच्छा काम कर रहे हैं। राजनीति के गब्बर कौन हैं? इस सवाल पर कहती हैं कि यह बात अब छोड़ ही दीजिए। पढ़िए पूरा इंटरव्यू… सवाल : आपकी हैट्रिक लग रही है? या कोई चैलेंज दिख रहा?
जवाब : जरूर लगेगी। बाकी रामलला की मर्जी है। मेरे सामने कोई चैलेंज नहीं है। लेकिन, हम ऐसा नहीं सोचते कि हमारे सामने कोई नहीं है। हमें RLD का पूरा सपोर्ट मिल रहा है। सवाल : राजनीति में जय-वीरू की जोड़ी कौन-सी है?
जवाब : देखिए पीएम मोदी और अमित शाह, दोनों ने मिलकर बहुत कुछ किया है। आर्टिकल 370 हो या महिलाओं के लिए तीन तलाक जैसा कानून। वह देश के लिए यूनिफॉर्म सिविल कोड लाए। उन्होंने देश की दिशा-दशा बदल दी। आप फिल्म के साथ न जोड़िए, लेकिन दोनों का कॉम्बिनेशन परफैक्ट है, इसलिए ही विपक्ष के लोग घबरा रहे हैं कि जो कभी हुआ नहीं, वो काम ये लोग कर रहे हैं। सवाल : राजनीति के गब्बर और अंग्रेजों के जमाने का जेल इस वक्त कौन हैं?
जवाब : यहां गब्बर कौन है, यह बात अब छोड़ ही दीजिए। सवाल : आपने यहां घर ले लिया है, त्योहार भी यहीं मना रहीं, क्या आपको वृंदावन से प्यार हो गया है?
जवाब : मुझे अभी नहीं, बहुत पहले से प्यार था। वृंदावन मेरा पहला प्यार है। मुझे भगवान कृष्ण से प्यार रहा है। मैं एक आर्टिस्ट और डांसर हूं। यह सब भगवान कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं से कनेक्टेड हैं। मैंने देवी-देवताओं से जुड़े बहुत शो किए और उन्हीं से मुझे वृंदावन आने की प्रेरणा मिली। सवाल : परिवार से इस बार प्रचार में कोई नहीं आया, धरमजी भी नहीं?
जवाब : हमेशा धरमजी आते थे। अभी उनकी तबीयत ठीक नहीं है। उनके पैर के एंकल में थोड़ी तकलीफ है। यह सब कुछ हो जाए, वो सही हो जाएं। उसके बाद वो आएंगे और आप सभी के बीच होंगे। सवाल : सीएम योगी कह रहे हैं कि अयोध्या, काशी के बाद अब मथुरा की बारी है। इसका क्या मतलब है?
जवाब : मथुरा की बारी जरूर होगी, क्यों नहीं होगी? लेकिन मामला कोर्ट में है। कोर्ट के फैसले के हिसाब से ही सब कुछ होगा। सवाल : राजनीति में बॉलीवुड का कुनबा लगातार बढ़ रहा। मंडी से अब कंगना रनौत मैदान में हैं?
जवाब : जिसको राजनीति में इंटरेस्ट है, वो आएंगे। जिन्हें इंटरेस्ट नहीं है और उन्हें जबरदस्ती पकड़कर लाएंगे, तो वो काम ही नहीं करेंगे। इसलिए लोगों के चयन के समय यह समझना चाहिए कि जरूरी नहीं है जो पॉपुलर हैं, उन्हें ही लेकर आएं। जरूरी यह है कि जो पॉपुलर है, वह इसे सेवा में कैसे बदल रहे हैं। यही देखकर राजनीति में आना चाहिए। वरना वापस चले जाएंगे। सवाल : सीएम योगी को लेकर आप क्या सोचती हैं? जब मिलती हैं, तो क्या बातें होते हैं?
जवाब : सीएम योगी ने यूपी की दशा ही बदल दी है। उन्होंने उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बना दिया। पहले लोग यहां आने से घबराते थे। मुंबई के उद्योगपति यहां इन्वेस्ट करने से डरते थे। लेकिन, अब सभी लोग यहां आ रहे हैं। सब कुछ बदल गया है। सवाल : PM मथुरा में आपकी विशेष नृत्य प्रस्तुति देखने आए? लेकिन रैली करने नहीं आए?
जवाब : जब वो पहली बार पीएम बने, तब मथुरा आए। हमने उन्हें 84 कोस परिक्रमा, पानी की समस्या, यमुना नदी के शुद्धिकरण के बारे में बताया था। इसी के बाद पीएम ने तुरंत नमामि गंगे प्रोजेक्ट शुरू किया। यमुना जी में काम शुरू हो गया। बृज क्षेत्र में पीने के पानी की बहुत समस्या थी। थोड़ी समस्या है, अभी वो भी क्लियर हो जाएगी। पानी के पाइप डाले जा रहे हैं। पहले औरतों को सिर पर मटका रखकर पानी लाना पड़ता था, अब ऐसा नहीं है। यहां स्वच्छता के लिए ध्यान देने की जरूरत ज्यादा है, क्योंकि श्रद्धालु ज्यादा आते हैं, तो गंदगी भी फैलती है। यह पुराना शहर है, यहां उस समय की सीवर लाइन पड़ी हुई हैं। पॉपुलेशन बढ़ गई है, घर भी ज्यादा बन गए हैं। इसलिए सीवेज की समस्या के लिए कई जगह दिक्कत हो रही है, जल्द ही इन समस्याओं को दूर कर दिया जाएगा। सवाल : विपक्ष कह रहा है कि आप मथुरा में नहीं रहती, चुनाव जीतती हैं और मुंबई चली जाती हैं?
जवाब : वृंदावन में मेरा घर है, इसलिए अब और बढ़िया है। आप हर समय होटल में नहीं रुक सकते, इससे कनेक्शन भी नहीं बन सकता था। धरमजी और मेरे भाइयों ने कहा कि तुम यहीं घर बना लो, फिर यहां घर बन गया। यह मेरा नहीं है, यह लॉर्ड कृष्णा का है। वो कहते हैं कि राजाजी की अनुमति के बिना न कोई आ सकता है और न कोई जा सकता है। अभी 10 साल उन्होंने मुझे अनुमति दी, इसलिए ही मैं यहां थी। अभी कितने साल और अनुमति देंगे, यह उन्हीं के ऊपर है। उन्होंने मेरे लिए सब कुछ किया। मैं उनके लिए सब कुछ कर रही हूं। सवाल : हमें मथुरा में जाम, यमुना की सफाई और कॉरिडोर जैसे मुद्दे दिखे? इसका सॉल्यूशन निकाल रहीं?
जवाब : हां, हमने इस पर भी काम शुरू किया है। अब यह समझने वाली बात है कि मंदिर में 500 लोग जा सकते हैं, लेकिन 5 हजार श्रद्धालु पहुंच जाते हैं। तब दिक्कत तो होगी, इसलिए ही हम कॉरिडोर बनवाएंगे। सवाल : मथुरा के लिए फ्यूचर प्लान क्या है? आपने कौन से 3 बड़े काम करवाए?
जवाब : मथुरा के लिए बहुत सारे प्लान्स बनाए हैं। इनमें कई शुरू भी हो चुके हैं। जैसे- 11 हजार करोड़ से 84 कोस परिक्रमा का प्रोजेक्ट। यह मैं लेकर आई हूं। 4 हजार करोड़ का एक एक्सप्रेस-वे का काम है। सड़क बनवाने के छोटे काम पूरे हो चुके हैं। अभी जो काम नहीं हुए हैं, उनकी जिम्मेदारी विधायक और प्रभारियों की है। पहली बार जब मैं सांसद बनी, तब मेरे साथ मेरे अपने विधायक नहीं थे। दूसरी
हेमा मालिनी किसी नाम की मोहताज नहीं हैं, लेकिन मथुरा से तीसरी बार सांसद बनने के लिए जी-जान से जुटी हुई हैं। मथुरा-वृंदावन में 2 दिन से धूप में रोड-शो कर रही हैं। कार्यकर्ताओं के साथ लंबी मीटिंग्स कर रही हैं। इस सबके बीच वह डेकोरम सेलिब्रिटी का ही रखती हैं, मगर कनेक्शन दिल का बताती हैं। दैनिक भास्कर से हेमा मालिनी ने कहा- अयोध्या, काशी के बाद मथुरा की भी बारी जरूर आएगी। हम ही वृंदावन कॉरिडोर बनवाएंगे। राजनीति में जय-वीरू की जोड़ी कौन सी है? इस पर कहती हैं- मोदी और अमित शाह कॉम्बिनेशन में अच्छा काम कर रहे हैं। राजनीति के गब्बर कौन हैं? इस सवाल पर कहती हैं कि यह बात अब छोड़ ही दीजिए। पढ़िए पूरा इंटरव्यू… सवाल : आपकी हैट्रिक लग रही है? या कोई चैलेंज दिख रहा?
जवाब : जरूर लगेगी। बाकी रामलला की मर्जी है। मेरे सामने कोई चैलेंज नहीं है। लेकिन, हम ऐसा नहीं सोचते कि हमारे सामने कोई नहीं है। हमें RLD का पूरा सपोर्ट मिल रहा है। सवाल : राजनीति में जय-वीरू की जोड़ी कौन-सी है?
जवाब : देखिए पीएम मोदी और अमित शाह, दोनों ने मिलकर बहुत कुछ किया है। आर्टिकल 370 हो या महिलाओं के लिए तीन तलाक जैसा कानून। वह देश के लिए यूनिफॉर्म सिविल कोड लाए। उन्होंने देश की दिशा-दशा बदल दी। आप फिल्म के साथ न जोड़िए, लेकिन दोनों का कॉम्बिनेशन परफैक्ट है, इसलिए ही विपक्ष के लोग घबरा रहे हैं कि जो कभी हुआ नहीं, वो काम ये लोग कर रहे हैं। सवाल : राजनीति के गब्बर और अंग्रेजों के जमाने का जेल इस वक्त कौन हैं?
जवाब : यहां गब्बर कौन है, यह बात अब छोड़ ही दीजिए। सवाल : आपने यहां घर ले लिया है, त्योहार भी यहीं मना रहीं, क्या आपको वृंदावन से प्यार हो गया है?
जवाब : मुझे अभी नहीं, बहुत पहले से प्यार था। वृंदावन मेरा पहला प्यार है। मुझे भगवान कृष्ण से प्यार रहा है। मैं एक आर्टिस्ट और डांसर हूं। यह सब भगवान कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं से कनेक्टेड हैं। मैंने देवी-देवताओं से जुड़े बहुत शो किए और उन्हीं से मुझे वृंदावन आने की प्रेरणा मिली। सवाल : परिवार से इस बार प्रचार में कोई नहीं आया, धरमजी भी नहीं?
जवाब : हमेशा धरमजी आते थे। अभी उनकी तबीयत ठीक नहीं है। उनके पैर के एंकल में थोड़ी तकलीफ है। यह सब कुछ हो जाए, वो सही हो जाएं। उसके बाद वो आएंगे और आप सभी के बीच होंगे। सवाल : सीएम योगी कह रहे हैं कि अयोध्या, काशी के बाद अब मथुरा की बारी है। इसका क्या मतलब है?
जवाब : मथुरा की बारी जरूर होगी, क्यों नहीं होगी? लेकिन मामला कोर्ट में है। कोर्ट के फैसले के हिसाब से ही सब कुछ होगा। सवाल : राजनीति में बॉलीवुड का कुनबा लगातार बढ़ रहा। मंडी से अब कंगना रनौत मैदान में हैं?
जवाब : जिसको राजनीति में इंटरेस्ट है, वो आएंगे। जिन्हें इंटरेस्ट नहीं है और उन्हें जबरदस्ती पकड़कर लाएंगे, तो वो काम ही नहीं करेंगे। इसलिए लोगों के चयन के समय यह समझना चाहिए कि जरूरी नहीं है जो पॉपुलर हैं, उन्हें ही लेकर आएं। जरूरी यह है कि जो पॉपुलर है, वह इसे सेवा में कैसे बदल रहे हैं। यही देखकर राजनीति में आना चाहिए। वरना वापस चले जाएंगे। सवाल : सीएम योगी को लेकर आप क्या सोचती हैं? जब मिलती हैं, तो क्या बातें होते हैं?
जवाब : सीएम योगी ने यूपी की दशा ही बदल दी है। उन्होंने उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बना दिया। पहले लोग यहां आने से घबराते थे। मुंबई के उद्योगपति यहां इन्वेस्ट करने से डरते थे। लेकिन, अब सभी लोग यहां आ रहे हैं। सब कुछ बदल गया है। सवाल : PM मथुरा में आपकी विशेष नृत्य प्रस्तुति देखने आए? लेकिन रैली करने नहीं आए?
जवाब : जब वो पहली बार पीएम बने, तब मथुरा आए। हमने उन्हें 84 कोस परिक्रमा, पानी की समस्या, यमुना नदी के शुद्धिकरण के बारे में बताया था। इसी के बाद पीएम ने तुरंत नमामि गंगे प्रोजेक्ट शुरू किया। यमुना जी में काम शुरू हो गया। बृज क्षेत्र में पीने के पानी की बहुत समस्या थी। थोड़ी समस्या है, अभी वो भी क्लियर हो जाएगी। पानी के पाइप डाले जा रहे हैं। पहले औरतों को सिर पर मटका रखकर पानी लाना पड़ता था, अब ऐसा नहीं है। यहां स्वच्छता के लिए ध्यान देने की जरूरत ज्यादा है, क्योंकि श्रद्धालु ज्यादा आते हैं, तो गंदगी भी फैलती है। यह पुराना शहर है, यहां उस समय की सीवर लाइन पड़ी हुई हैं। पॉपुलेशन बढ़ गई है, घर भी ज्यादा बन गए हैं। इसलिए सीवेज की समस्या के लिए कई जगह दिक्कत हो रही है, जल्द ही इन समस्याओं को दूर कर दिया जाएगा। सवाल : विपक्ष कह रहा है कि आप मथुरा में नहीं रहती, चुनाव जीतती हैं और मुंबई चली जाती हैं?
जवाब : वृंदावन में मेरा घर है, इसलिए अब और बढ़िया है। आप हर समय होटल में नहीं रुक सकते, इससे कनेक्शन भी नहीं बन सकता था। धरमजी और मेरे भाइयों ने कहा कि तुम यहीं घर बना लो, फिर यहां घर बन गया। यह मेरा नहीं है, यह लॉर्ड कृष्णा का है। वो कहते हैं कि राजाजी की अनुमति के बिना न कोई आ सकता है और न कोई जा सकता है। अभी 10 साल उन्होंने मुझे अनुमति दी, इसलिए ही मैं यहां थी। अभी कितने साल और अनुमति देंगे, यह उन्हीं के ऊपर है। उन्होंने मेरे लिए सब कुछ किया। मैं उनके लिए सब कुछ कर रही हूं। सवाल : हमें मथुरा में जाम, यमुना की सफाई और कॉरिडोर जैसे मुद्दे दिखे? इसका सॉल्यूशन निकाल रहीं?
जवाब : हां, हमने इस पर भी काम शुरू किया है। अब यह समझने वाली बात है कि मंदिर में 500 लोग जा सकते हैं, लेकिन 5 हजार श्रद्धालु पहुंच जाते हैं। तब दिक्कत तो होगी, इसलिए ही हम कॉरिडोर बनवाएंगे। सवाल : मथुरा के लिए फ्यूचर प्लान क्या है? आपने कौन से 3 बड़े काम करवाए?
जवाब : मथुरा के लिए बहुत सारे प्लान्स बनाए हैं। इनमें कई शुरू भी हो चुके हैं। जैसे- 11 हजार करोड़ से 84 कोस परिक्रमा का प्रोजेक्ट। यह मैं लेकर आई हूं। 4 हजार करोड़ का एक एक्सप्रेस-वे का काम है। सड़क बनवाने के छोटे काम पूरे हो चुके हैं। अभी जो काम नहीं हुए हैं, उनकी जिम्मेदारी विधायक और प्रभारियों की है। पहली बार जब मैं सांसद बनी, तब मेरे साथ मेरे अपने विधायक नहीं थे। दूसरी पार्टी के लोग विधायक थे। दूसरी बार मैंने पूरी ताकत से काम किया। तीसरी बार मैं और भी काम करूंगी। कल्चरल सेंटर खोलने हैं। कन्वेंशन सेंटर के लिए भी अप्रूवल हो गया है। काम शुरू होगा, तो दुनियाभर के लोग आएंगे। अभी बहुत ज्यादा भीड़ हो रही है। 10 साल पहले ऐसा नहीं था। अब व्यवस्था आसान होने के बाद ही लोग आ रहे हैं। सवाल : राजनीति में आने के लिए महिलाओं को क्या संदेश देंगी?
जवाब : हमारी निर्मला सीतारमण, मीनाक्षी और स्मृति ईरानी को देखिए। वो कितनी पॉवरफुल और स्ट्रॉन्ग हैं। मजबूती से काम कर रही हैं। देश की अर्थव्यवस्था निर्मला के पास है। पीएम भी सभी का सपोर्ट करते हैं। यह महिलाओं के लिए पॉजिटिव मैसेज है। सहयोग- आदित्य तिवारी, पवन गौतम ................................................................................ यूपी की सियासत के VIP इंटरव्यू पढ़िए... रामायण के 'राम' को राजनीति में क्यों आना पड़ा:अरुण गोविल बोले- मैंने भाजपा से टिकट नहीं मांगा, उन्होंने खुद दिया केशव मौर्य बोले-भ्रष्टाचारियों की ठीक से कारसेवा होगी:भाजपा हारने के लिए मुस्लिमों को टिकट नहीं देगी, मैं गुंडा नहीं आंदोलनकारी हूं